नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक में इटली की एंजेला कैरिनी और अल्जीरियाई इमान खलीफ का मुकाबला काफी विवादास्पद हुआ. जिसने काफी सुर्खियां भी बटोरी. इस विवाद के बीच इटली की प्रधानमंत्री समेत तमाम दिग्गज लोगों ने एक्स पर पोस्ट भी किया था. अब अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ ने एंजेला कैरिनी के लिए इनाम की घोषणा की है.
IBA will award Angela Carini, who abandoned the fight against Algeria’s Imane Khelif at Paris 2024 Games after 46 seconds of the first round, the IBA prize money as if she were an Olympic champion, President Umar Kremlev claimed. https://t.co/4mtBGpZk92
— IBA (@IBA_Boxing) August 2, 2024
अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर ऐलान किया कि वह इटली की एंजेला कैरिनी को 50,000 डॉलर की पुरस्कार राशि देगा, आईबीए के अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने कहा कि वह प्राइज मनी उन्हें ओलंपिक चैंपियन की तरह ही मिलेगी. बता दें उन्होंने पेरिस ओलंपिक में अल्जीरियाई इमान खलीफ के खिलाफ वेल्टरवेट राउंड-ऑफ-16 मुकाबले से अपना नाम वापस ले लिया था.
यह मैच, जो केवल 46 सेकंड तक चला, कैरिनी खलीफ के आक्रामक मुक्कों से अभिभूत हो गई और उनकी नाक से खून भी बहने लगा था. जिसकी वजह से उन्होंने रोते हुए अपना नाम वापस ले लिया था. जिसके कारण वह जल्दी ही बाहर हो गई. पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा अपनी अंतरराष्ट्रीय मान्यता छीन लिए गए आईबीए ने यह भी कहा कि कैरिनी के महासंघ और प्रत्येक कोच को 25,000 डॉलर मिलेंगे.
इस घटना ने खेलों में लिंग पात्रता को लेकर व्यापक विवाद को जन्म दिया है. खलीफ, ताइवान के दो बार के विश्व चैंपियन लिन यू-टिंग के साथ, पेरिस में प्रतिस्पर्धा करने के लिए मंजूरी दे दी गई, जबकि दोनों एथलीटों को IBA के पात्रता नियमों को पूरा न करने के कारण 2023 विश्व चैंपियनशिप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था. ये नियम पुरुष XY गुणसूत्र वाले एथलीटों को महिलाओं की स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करने से रोकते हैं.
IBA द्वारा जारी एक बयान में राष्ट्रपति क्रेमलेव ने कहा, 'मैं उसके आंसू नहीं देख सकता था, मैं ऐसी स्थितियों के प्रति उदासीन नहीं हूं, और मैं आश्वासन दे सकता हूं कि हम प्रत्येक मुक्केबाज की रक्षा करेंगे. मुझे समझ में नहीं आता कि वे महिला मुक्केबाजी को क्यों खत्म कर रहे हैं. सुरक्षा के लिए केवल योग्य एथलीटों को ही रिंग में प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए.
इससे पहले, इतालवी प्रधान मंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी टिप्पणी की, उन्होंने कहा कि कैरिनी ने शारीरिक रूप से लाभ प्राप्त मुक्केबाज का सामना किया, जिससे यह बराबर के बीच की लड़ाई नहीं बन गई. विवाद के कारण पात्रता नियमों की जांच बढ़ गई है, जो 2021 में टोक्यो खेलों के नियमों पर आधारित हैं और चल रही प्रतियोगिता के दौरान उनमें बदलाव नहीं किया जा सकता है. हालांकि, हर कोई आलोचना से सहमत नहीं है.
डब्ल्यूबीसी महिला विश्व फेदरवेट चैंपियन स्काई निकोलसन ने खलीफ और लिन का बचाव करते हुए तर्क दिया कि वे अपने पूरे करियर में महिलाओं के रूप में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'ये स्वाभाविक रूप से पैदा हुए पुरुष नहीं हैं जिन्होंने ओलंपिक में महिलाओं से लड़ने के लिए खुद को महिला कहने या महिला के रूप में पहचान बनाने का फैसला किया है. निकोलसन ने सुझाव दिया कि कैरिनी का पीछे हटना 'पब्लिसिटी स्टंट' हो सकता है.