न्यूयॉर्क : टी20 विश्व कप के लिए अस्थायी तौर पर तैयार यहां के नासाउ काउंटी क्रिकेट मैदान को अपने हिस्से के सभी मैचों की मेजबानी के बाद अब ध्वस्त कर दिया जायेगा. विश्व कप में कम स्कोर वाले कई रोमांचक मैचों के गवाह रहे इस मैदान पर आखिरी मुकाबले में सह मेजबान अमेरिका पर भारत ने 7 विकेट की जीत दर्ज की.
लगभग 100 दिनों में तैयार किए गए इस स्टेडियम के लिए एडिलेड में तैयार हुई ड्रॉप-इन पिचों ने बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली. स्टेडियम का निर्माण यहां के लॉन्ग द्वीप में 930 एकड़ के आइजनहावर पार्क के किनारे किया गया है.
'न्यूयॉर्क टाइम्स' की एक रिपोर्ट में कुछ दिन पहले कहा गया था, '12 जून को आखिरी मैच के आयोजन के बाद इस स्टेडियम को ध्वस्त कर दिया जायेगा. इसके हिस्सों को लास वेगास (फार्मूला वन रेस ) और एक अन्य गोल्फ मैदान में वापस भेज दिया जाएगा. आइजनहावर पार्क सामान्य स्थिति में लौट आएगा, लेकिन विश्व स्तरीय क्रिकेट पिच को बरकरार रखा जायेगा'.
स्टेडियम को ध्वस्त करने में लगभग छह सप्ताह का समय लगेगा. इस स्टेडियम की क्षमता क्षमता 34,000 दर्शकों की थी और 9 जून को पाकिस्तान के खिलाफ भारत के अहम मुकाबले के दौरान यह खचाखच भरा हुआ था. इस मैच के टिकट 2500 डॉलर से 10,000 डॉलर की भारी कीमत पर बेचे गए थे.
भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच सहित इस मैदान पर कुल चार मैच खेले. ड्रॉप-इन पिचों ने ग्रुप चरण के 8 मैचों की मेजबानी की. इस दौरान अप्रत्याशित और खतरनाक उछाल ने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया. शुरुआती दो मैच कम स्कोर वाले रहे जहां किसी भी टीम ने 100 रन का आंकड़ा पार नहीं किया.
भारत के खिलाफ आयरलैंड की टीम 96 रन पर आउट हो गई. इस मैच के लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित शर्मा और ऋषभ पंत को चोट भी लगी. इसके बाद पिच की आलोचना हुई और आईसीसी को यह स्वीकार करते हुए एक बयान जारी करना पड़ा कि 'इन पिचों में निरंतरता की कमी है'.
भारत ने बुधवार को अमेरिका के खिलाफ 3 विकेट पर 111 रन बनाए जो सफलतापूर्वक लक्ष्य का पीछा करते हुए इस मैदान का सबसे बड़ा स्कोर रहा. आयरलैंड के खिलाफ कनाडा का 7 विकेट पर 137 का स्कोर इस मैदान का सर्वोच्च स्कोर रहा. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 119 और दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश के खिलाफ 113 रन के छोटे स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव किया.
दक्षिण अफ्रीका ने इससे पहले नीदरलैंड के खिलाफ 103 रन का लक्ष्य मुश्किल से 6 विकेट गवांकर हासिल किया था. आईसीसी ने इस स्थल का चयन 2023 में किया था और इसे केवल 106 दिनों में बनाया गया था.