दुबई: सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन दिए जाने और खेल मंत्री को बर्खास्त करने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) बोर्ड ने रविवार को श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) का निलंबन हटा दिया. श्रीलंका की टीम पर 10 नबंवर को आईसीसी के द्वारा बैन लगाया गया था, जिसके बाद श्रीलंका के टी20 विश्व कप 2024 में खेलने को लेकर भी चिंता बनी हुई थी.
-
The ban imposed by the ICC on Sri Lanka Cricket in November 2023 has been lifted.https://t.co/qDPp8I2CM6
— ICC (@ICC) January 28, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">The ban imposed by the ICC on Sri Lanka Cricket in November 2023 has been lifted.https://t.co/qDPp8I2CM6
— ICC (@ICC) January 28, 2024The ban imposed by the ICC on Sri Lanka Cricket in November 2023 has been lifted.https://t.co/qDPp8I2CM6
— ICC (@ICC) January 28, 2024
आईसीसी ने कहा, 'एसएलसी को आईसीसी सदस्य के रूप में अपने दायित्वों, विशेष रूप से अपने मामलों को स्वायत्त रूप से प्रबंधित करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता के गंभीर उल्लंघन के कारण नवंबर में निलंबित कर दिया गया था कि श्रीलंका में क्रिकेट के प्रशासन, विनियमन और/या प्रशासन में कोई सरकारी हस्तक्षेप नहीं है'.
आईसीसी ने रविवार को एक बयान में कहा, 'बोर्ड निलंबन के बाद से स्थिति पर नजर रख रहा है और अब संतुष्ट है कि एसएलसी अब सदस्यता दायित्वों का उल्लंघन नहीं कर रहा है'.
श्रीलंका क्रिकेट को निलंबित करने से पहले आईसीसी बोर्ड ने निर्धारित किया था कि श्रीलंका क्रिकेट एक सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है, विशेष रूप से अपने मामलों को स्वायत्त रूप से प्रबंधित करने की आवश्यकता और यह सुनिश्चित करना कि शासन विनियमन में कोई सरकारी हस्तक्षेप नहीं है.
श्रीलंका संसद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें एसएलसी बोर्ड को बर्खास्त करने की मांग की गई. संसद में इस प्रस्ताव का सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने समर्थन किया. संसद का प्रस्ताव अपील अदालत द्वारा शम्मी सिल्वा की अध्यक्षता वाले एसएलसी प्रबंधन को बहाल करने के दो दिन बाद आया, जिन्हें खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने बर्खास्त कर दिया था. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड में चल रहे विवाद के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने खेल मंत्री रोशन रणसिंघे को बर्खास्त कर दिया, जिसके बाद मामला सुलझ गया.