ग्वालियर: एक और जहां ग्वालियर समेत मध्य प्रदेश के लोगों को 14 साल बाद ग्वालियर के नए स्टेडियम में होने जा रहे अंतरराष्ट्रीय-T20 क्रिकेट मैच का बेसब्री से इंतजार है, तो वहीं इस मैच के खिलाफ विरोध के सुर उठ रहे हैं. हिंदू महासभा नहीं चाहती कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हुए दुर्यव्यवहार के बाद बांग्लादेश की टीम ग्वालियर में कदम रखे. यही वजह है कि इस मैच को लेकर विरोध भी तेज हो रहा है. ऊपर से उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्टेडियम के बाहर विरोध प्रदर्शन के बाद हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मामलों ने आग में घी का काम किया है.
किस बात का है विरोध
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ जयवीर भारद्वाज के मुताबिक "जिस तरह बांग्लादेश के अंदर जिहादियों ने हिंदूओं की हत्या कर मौत के घाट उतारा, माता बहनों के साथ दुष्कर्म किया, इज्जतें लूटी गईं. उनके मकानों को तोड़ा गया मंदिरों को ध्वस्त किया गया, ऐसी स्थिति में ऐसे देश के साथ भारत में मैच नहीं होना चाहिए. साथ ही सरकार को विदेश नीति बदलना चाहिए."
मैच रद्द कराने जारी आंदोलन
ETV भारत से बातचीत के दौरान डॉक्टर जयवीर भारद्वाज ने कहा कि, 'इस मैच की घोषणा के बाद से ही हिंदू महासभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. 14 अगस्त को इसका विरोध करने की घोषणा की थी. उसके बाद से ही हिंदू महासभा आंदोलन करती आ रही है. उसके बाद भी नहीं जाग रहे हैं.
मध्य प्रदेश के DGP को भी सौंपा है ज्ञापन
हिंदू महासभा शुरू से ही भारत बनाम बांग्लादेश क्रिकेट मैच के विरोध में है. इस बात को लेकर भी आशंका जता रही है कि ग्वालियर के जिस शंकरपुर क्षेत्र में नया स्टेडियम बना हुआ है. वहां एक समुदाय विशेष की संख्या ज्यादा है. ऐसे में मैच के दौरान उपद्रव होने की भी संभावना है और इसी के चलते संगठन ने मध्य प्रदेश के डीजीपी के नाम भी ज्ञापन सौंपा है.
कानपुर में कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मामले
राजवीर भारद्वाज कहते हैं कि' विरोध करना भारत के हर नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है. उसी के तहत जब उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्टेडियम के बाहर भारत बांग्लादेश के बीच होने जा रहे मैच को लेकर हिंदू महासभा के 20 कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम के सामने हवन किया, तो उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके ऊपर एफआईआर दर्ज कर दी. उन पर मुकदमे लाद दिए गए. आप कितने भी मुकदमे दर्ज कर दो, लेकिन अपनी भावनाओं को फिर भी कहेंगे.
2 अक्टूबर को मनेगा हिंदू महासभा का काला दिवस
ग्वालियर में होने वाले छह अक्टूबर भारत बांग्लादेश T-20 क्रिकेट मैच के विरोध में हिंदू महासभा आने वाली दो अक्टूबर यानी गांधी जयंती पर काला दिवस मनाएगी. हिंदू महासभा के सभी कार्यकर्ता और जन समर्थन तीन बजे हिन्दू भवन से निकल कर रैली के साथ शंकरपुर स्थित नए स्टेडियम पर पहुंचेगी और विरोध प्रदर्शन करेगी.
3 अक्टूबर को ग्वालियर आ रही क्रिकेट टीम
यह तो सभी जानते हैं कि आने वाले 6 अक्टूबर को भारत और बांग्लादेश के बीच ग्वालियर के नए स्टेडियम माधवराव सिंधिया स्टेडियम में BCCI द्वारा मैच आयोजित कराया जा रहा है. मैच से पहले प्रैक्टिस के लिए ये दोनों ही देशों की टीमें तीन अक्टूबर को ग्वालियर पहुंचेगी. ऐसे में ग्वालियर की धरती पर बांग्लादेश की टीम आने को लेकर ही हिंदू महासभा द्वारा यह काला दिवस के विरोध में एक दिन पूर्व मनाया जा रहा है.
'कांग्रेसियों के आने से BJP के मूल सिद्धान्त हुए खत्म'
हिंदू महासभा का मानना है कि लगातार विरोध के बावजूद भारतीय जनता पार्टी की सरकार जागने का नाम नहीं ले रही है, पार्टी अब अपने सिद्धांतों और विचारों से भटक गई है, क्योंकि इस पार्टी में कांग्रेसियों के आने से बीजेपी के मूल सिद्धांत ख्तम हो चुके हैं. इसी वजह से आज यह क्रिकेट मैच हो रहा है.'
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मैच के दिन ग्वालियर बंद का ऐलान
हिंदू महासभा ने इस बात का भी ऐलान किया है कि अगर छह अक्टूबर के दिन ग्वालियर में भारत और बांग्लादेश के बीच क्रिकेट मैच रद्द नहीं हुआ और यह मैच खेला गया तो उस दिन दोपहर 1 बजे तक लोकतांत्रिक तरीका अपनाते हुए हिंदू महासभा ग्वालियर बंद करने जा रही है हालाँकि आप इस चेतावनी का कितना असर दिखाई देगा यह छह अक्टूबर को ही पता चल सकेगा.