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आकाश दीप ने बताया ब्रिसबेन टेस्ट में कैसे बचाया फॉलो-ऑन, कोहली के बैट को लेकर किया बड़ा खुलासा - AKASH DEEP ON VIRAT BAT

भारत के तेज गेंदबाज आकाश दीप ने खुलासा किया कि कैसे ब्रिसबेन में फॉलो-ऑन बचाने वाली पारी से पहले उन्हें विराट का बैट मिला.

akash deep
आकाश दीप (AFP Photo)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : Jan 16, 2025, 2:12 PM IST

नई दिल्ली : भारत के उभरते हुए सनसनीखेज खिलाड़ी आकाश दीप ने खुलासा किया कि विराट कोहली ने खुद पूछा था कि क्या वह ब्रिसबेन टेस्ट की पहली पारी में क्रीज पर उतरने से पहले उनका बल्ला खरीदना चाहेंगे, जिससे टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे में एक दुर्लभ सुखद याद जुड़ गई.

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में आकाश दीप ने गेंदबाजी के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन दो टेस्ट में लगभग 88 ओवर (87.5 ओवर) गेंदबाजी करने के बावजूद उन्होंने जो विकेट लिए, वे खास नहीं थे. लेकिन गाबा में उनकी फॉलो-ऑन और अंततः मैच बचाने वाली 31 रन की पारी और जसप्रीत बुमराह के साथ आखिरी विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी ने ध्यान खींचा, जो भारत के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी थी. हालांकि, भारत ने 1-3 से सीरीज गंवा दी और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। उल्लेखनीय है कि यह 10 साल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की पहली टेस्ट सीरीज हार थी.

कैसे मिला विराट कोहली का बैट ?
आकाश दीप ने पीटीआई से खास बातचीत के दौरान हंसते हुए कहा, 'हां, वह विराट भैया का बल्ला था, जिस पर एमआरएफ का लोगो था, यह सभी जानते हैं'. जब उनसे उस घटना के बारे में पूछा गया, जिसके कारण वह पल आया, तो बंगाल के तेज गेंदबाज ने प्यार से कहा, 'भैया (कोहली) ने खुद मुझसे पूछा 'तुमको बल्ला चाहिए?' 'मैंने बोला 'हां भैया, आपका बल्ला कौन नहीं लेना चाहेगा दुनिया में?' और फिर उन्होंने मुझे यह गिफ्ट दिया'.

28 वर्षीय खिलाड़ी ने स्वीकार किया कि वह कोहली के कद के वरिष्ठ खिलाड़ी के सामने खुलकर नहीं बोल सकते थे और उनसे उनका सबसे कीमती उपकरण नहीं मांग सकते थे. उन्होंने चुटकी ली, 'मैं पिछले कुछ समय से भैया (कोहली) के साथ हूं (वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में टीम के साथी हैं). लेकिन आपके दिमाग में हमेशा यह बात चलती रहती है कि विराट भैया के कद के किसी व्यक्ति से बल्ला मांगना सही बात है या नहीं'.

उन्होंने कहा, 'खासकर मैच के समय, जब वह केंद्रित और अपने क्षेत्र में होते हैं, तो आप उन्हें परेशान नहीं करना चाहते, लेकिन विराट ने खुद ही मुझे बल्ला दे दिया'.

कैसे टाला फॉलो ऑन का खतरा ?
ब्रिसबेन टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के साथ आखिरी विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी के बारे में पूछे जाने पर सासाराम में जन्मे क्रिकेटर ने कहा कि वह अपनी योजनाओं के बारे में बहुत स्पष्ट थे.

आकाश दीप ने कहा, 'उस दिन, मेरी मानसिकता यह थी कि मैं हिट होने और शरीर पर किसी भी तरह के प्रहार सहने के लिए तैयार था, लेकिन आउट नहीं होऊंगा. मुझे रन बनाने की जरूरत थी. मुझे लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी थी. ऐसा नहीं था कि फॉलो-ऑन बचाना मेरे दिमाग में था'.

उन्होंने कहा, 'मेरे दिमाग में, मैं जानता था कि मैं जितनी देर बल्लेबाजी करूंगा, हमारे बल्लेबाजों को दूसरे दौर में कम समय तक बल्लेबाजी करनी होगी. उस खास दिन, मैं गेंद को अच्छी तरह से देख रहा था'.

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बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में आकाश दीप ने गेंदबाजी के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन दो टेस्ट में लगभग 88 ओवर (87.5 ओवर) गेंदबाजी करने के बावजूद उन्होंने जो विकेट लिए, वे खास नहीं थे. लेकिन गाबा में उनकी फॉलो-ऑन और अंततः मैच बचाने वाली 31 रन की पारी और जसप्रीत बुमराह के साथ आखिरी विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी ने ध्यान खींचा, जो भारत के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी थी. हालांकि, भारत ने 1-3 से सीरीज गंवा दी और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। उल्लेखनीय है कि यह 10 साल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की पहली टेस्ट सीरीज हार थी.

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आकाश दीप ने पीटीआई से खास बातचीत के दौरान हंसते हुए कहा, 'हां, वह विराट भैया का बल्ला था, जिस पर एमआरएफ का लोगो था, यह सभी जानते हैं'. जब उनसे उस घटना के बारे में पूछा गया, जिसके कारण वह पल आया, तो बंगाल के तेज गेंदबाज ने प्यार से कहा, 'भैया (कोहली) ने खुद मुझसे पूछा 'तुमको बल्ला चाहिए?' 'मैंने बोला 'हां भैया, आपका बल्ला कौन नहीं लेना चाहेगा दुनिया में?' और फिर उन्होंने मुझे यह गिफ्ट दिया'.

28 वर्षीय खिलाड़ी ने स्वीकार किया कि वह कोहली के कद के वरिष्ठ खिलाड़ी के सामने खुलकर नहीं बोल सकते थे और उनसे उनका सबसे कीमती उपकरण नहीं मांग सकते थे. उन्होंने चुटकी ली, 'मैं पिछले कुछ समय से भैया (कोहली) के साथ हूं (वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में टीम के साथी हैं). लेकिन आपके दिमाग में हमेशा यह बात चलती रहती है कि विराट भैया के कद के किसी व्यक्ति से बल्ला मांगना सही बात है या नहीं'.

उन्होंने कहा, 'खासकर मैच के समय, जब वह केंद्रित और अपने क्षेत्र में होते हैं, तो आप उन्हें परेशान नहीं करना चाहते, लेकिन विराट ने खुद ही मुझे बल्ला दे दिया'.

कैसे टाला फॉलो ऑन का खतरा ?
ब्रिसबेन टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के साथ आखिरी विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी के बारे में पूछे जाने पर सासाराम में जन्मे क्रिकेटर ने कहा कि वह अपनी योजनाओं के बारे में बहुत स्पष्ट थे.

आकाश दीप ने कहा, 'उस दिन, मेरी मानसिकता यह थी कि मैं हिट होने और शरीर पर किसी भी तरह के प्रहार सहने के लिए तैयार था, लेकिन आउट नहीं होऊंगा. मुझे रन बनाने की जरूरत थी. मुझे लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी थी. ऐसा नहीं था कि फॉलो-ऑन बचाना मेरे दिमाग में था'.

उन्होंने कहा, 'मेरे दिमाग में, मैं जानता था कि मैं जितनी देर बल्लेबाजी करूंगा, हमारे बल्लेबाजों को दूसरे दौर में कम समय तक बल्लेबाजी करनी होगी. उस खास दिन, मैं गेंद को अच्छी तरह से देख रहा था'.

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