SHANI JAYANTI । शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह के जतन करते हैं. शनिवार को पूजा करना हो, शनि देव के मंदिर जाना हो, प्रसाद चढ़ाना हो या तरह-तरह के उपाय करने हो, हर जतन लोग करते हैं. जिससे शनिदेव प्रसन्न रहें, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जब शनिदेव किसी पर नाराज होते हैं. या शनि की दृष्टि किसी राशि पर पड़ती है तो उसके उल्टे दिन शुरू हो जाते हैं. ऐसे में शनि को प्रसन्न करने के लिए लोग कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि शनि जयंती के दिन अगर कुछ उपाय किए जाएं, तो शनि देव काफी प्रसन्न होते हैं और शनि का प्रभाव भी कम होता है.
शनि जयंती कब ?
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि 6 जून 2024 को है. इसी दिन शनिदेव का जन्म दिवस मनाया जाएगा. शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है. इसी दिन शनि जयंती भी मनाई जाएगी. शनि जयंती के दिन आप किसी भी समय पर शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा कर सकते हैं. इससे शनिदेव की कृपा आप पर बनी रहेगी.
शनि जयंती में करें ये उपाय
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि शनि जयंती के दिन अगर जातक कुछ उपाय करते हैं, तो शनि देव की कृपा उन पर बरसेगी. इससे जिन राशि में शनि की दृष्टि पड़ रही है. जिन पर साढ़े साती चल रही है. उस राशि के जातकों में शनि का असर कम होगा.
- शनि जयंती के दिन शनि का व्रत करें और शाम को सोने से पहले शाम को दिन डूबने के पहले रोटी गुड़ खाएं.
- दूसरा उपाय है कि शनि जयंती के दिन कुत्ता को रोटी बनाकर खिलाएं.
- तीसरा उपाय है जो घर में भोजन बना है. उसे शनि जयंती के दिन शाम के समय गाय को भोजन कराएं.
- चौथा उपाय है शनि जयंती के दिन चावल उड़द काली तिल का दान करें.
- पांचवा उपाय है चावल में नमक उड़द की दाल मिलाकर किसी गरीब को दान करें तो शनि की दृष्टि दूर होती है.
- छठवां उपाय है शनि जयंती के दिन पीपल की जड़ निकालकर उसकी पोटली बनाकर घर में रखें तो शनि का प्रवेश नहीं होता है.
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शास्त्रों में ऐसा उल्लेख है कि अगर सूर्य के ढलने के समय शनि देव की पूजा की जाए तो शनि देव की विशेष कृपा मिलती है. शनि देव प्रसन्न होते हैं, जो लोग शनि की साढ़े साती शनि की ढैया से बहुत परेशान हैं. उन्हें शनि जयंती पर शनि देव की पूजा करना चाहिए.
शनि मंदिर में जाकर सरसों के तेल में काले तिल डालकर शनिदेव को जरूर अर्पित करें. शनि देव के सामने दीपक जलाकर उनकी कृपा पाने के लिए प्रार्थना करें शनि चालीसा का पाठ कर सकते हैं, तो वो भी करें और प्रसाद चढ़ाएं.