वाशिंगटन: अमेरिका ने न्यूयॉर्क में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश की चल रही जांच के संबंध में भारत सरकार से जवाबदेही मांगने पर अपना रुख दोहराया है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने मंगलवार को कहा कि बातचीत चल रही है और अमेरिका भारतीय अधिकारियों से जवाबदेही की उम्मीद करता है.
प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल से द वाशिंगटन पोस्ट के हालिया समाचार लेख के बारे में पूछा गया था, जिसमें अमेरिका में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की कथित साजिश में भारतीय अनुसंधान और विश्लेषण विंग (रॉ) के अधिकारी की संलिप्तता का नाम दिया गया था. व्हाइट हाउस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा, 'इसलिए हम भारतीय जांच समिति के काम के परिणामों के आधार पर भारत सरकार से जवाबदेही की उम्मीद करते हैं, और हम नियमित रूप से उनके साथ काम कर रहे हैं और अतिरिक्त अपडेट के लिए पूछताछ कर रहे हैं.
पटेल ने आगे पुष्टि की, 'हम उच्च स्तर पर भारत सरकार के साथ सीधे अपनी चिंताओं को उठाना जारी रखेंगे.' उक्त रिपोर्ट को विदेश मंत्रालय ने पहले ही खारिज कर दिया था. वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून को अमेरिका में मारने की कथित पोस्ट में भारतीय रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के अधिकारी की संलिप्तता बताई गई थी.
विदेश मंत्रालय (MEA) के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने मंगलवार को इसे एक 'गंभीर मामले' पर 'अनुचित और प्रमाण रहित' आरोप बताते हुए कहा कि जिसकी जांच चल रही है और उसके बारे में अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट अटकलबाजी और गैर-जिम्मेदाराना थी. अमेरिकी राष्ट्रीय दैनिक वाशिंगटन पोस्ट में छपी रिपोर्ट पर मीडिया के सवालों के जवाब में जयसवाल ने कहा कि भारत सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति अमेरिकी सरकार द्वारा संगठित अपराध, आतंकवादी और अन्य नेटवर्क पर साझा की गई सुरक्षा चिंताओं की जांच कर रही है.
विचाराधीन रिपोर्ट एक गंभीर मामले पर अनुचित और निराधार आरोप लगाती है. संगठित अपराधियों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के नेटवर्क पर अमेरिकी सरकार द्वारा साझा की गई सुरक्षा चिंताओं को देखने के लिए भारत सरकार द्वारा गठित उच्च-स्तरीय समिति की जांच चल रही है. इस पर काल्पनिक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियाँ अच्छा नहीं हैं.
अधिकारियों और अमेरिकी अभियोग का हवाला देते हुए, वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया कि विक्रम यादव के रूप में पहचाने गए रॉ अधिकारी ने भारतीय व्यवसायी निखिल गुप्ता को निर्देश दिया था. वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार पन्नु को निशाना बनाने वाले ऑपरेशन को तत्कालीन रॉ प्रमुख सामंत गोयल ने मंजूरी दी थी. गुरपतवंत सिंह पन्नू एक भारत-नामित आतंकवादी है जिसके पास अमेरिकी और कनाडाई नागरिकता है. इससे पहले नवंबर में अमेरिकी न्याय विभाग ने पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में कथित संलिप्तता के लिए एक भारतीय नागरिक के खिलाफ अभियोग को रद्द कर दिया था.