वाशिंगटन : भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन निक्की हेली ने कहा कि भारत रूस के साथ साझेदारी करता है, क्योंकि उसे अमेरिकी नेतृत्व पर भरोसा नहीं है. फॉक्स बिजनेस न्यूज के चार्ल्स पायने के साथ एक साक्षात्कार में, 51 वर्षीय संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत ने कहा कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है. हेली ने अमेरिका द्वारा भारत को रूस से सस्ता तेल खरीदने की अनुमति दिए जाने संबंधी सवालों का जवाब देते हुए कहा,"भारत हमारे साथ भागीदार बनना चाहता है. वे रूस के साथ भागीदार नहीं बनना चाहते हैं. समस्या यह है कि भारत को हमारी जीत पर भरोसा नहीं है. उन्हें हमारे नेतृत्व पर भरोसा नहीं है. वे हमें कमजोर मानते हैं.''
चतुराई से काम किया भारत ने
यूक्रेन और उसके सहयोगियों द्वारा दुनिया भर के देशों को रूस से दूरी बनाने के लिए मनाने के प्रयासों के बावजूद, मध्य एशियाई राष्ट्र से भारत की तेल खरीददारी तेजी से बढ़ी. जबकि पश्चिमी देशों ने रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में रूसी तेल आयात में कटौती की, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि भारत सहित प्रत्येक संप्रभु देश को किसी भी देश से तेल खरीदने का अधिकार है. हेली ने कहा, "भारत ने हमेशा चतुराई से काम किया है. वे रूस के करीब रहते हैं, क्योंकि उन्हें उससे बहुत सारे सैन्य उपकरण मिलते हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपनी कमजोरी को दूर करने की जरूरत है."
दक्षिण कैरोलिना की दो बार के पूर्व गवर्नर ने कहा कि चीजें तब बेहतर होंगी जब अमेरिका "स्वीकार" करेगा कि उसे कोई समस्या है. उन्होंने कहा, "हमें अपना गठबंधन बनाना शुरू करना होगा. आपको पहले यह स्वीकार करना होगा कि आपको कोई समस्या है." हेली ने भारत और जापान का उदाहरण देते हुए कहा कि इन देशों ने चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए प्रयास किया है. US presidential Election . अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव . Republican Nikki Haley .