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नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो की पीपीपी ने अगली सरकार बनाने पर की चर्चा

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By PTI

Published : Feb 12, 2024, 4:37 PM IST

Updated : Feb 12, 2024, 10:54 PM IST

Pakistan elections : पाकिस्तान के राष्ट्रीय चुनावों के पूर्ण परिणाम अंततः घोषित कर दिए गए हैं. नई सरकार के गठन के संबंध में विभिन्न दलों और हितधारकों के बीच बातचीत और बैठकें अभी भी जारी हैं.

Nawaz
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ

इस्लामाबाद/लाहौर : पाकिस्तान के संसदीय चुनाव में खंडित जनादेश आने के बाद गठबंधन सरकार बनाने के प्रयास सोमवार को तेज हो गए. इसी के तहत पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पांच साल के कार्यकाल को विभाजित करने के लिए सत्ता बंटवारे के नए फॉर्मूला पर चर्चा की.

जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों के संसद में सबसे अधिक सीटें जीतने के बावजूद पाकिस्तान की अगली सरकार की तस्वीर को लेकर सवाल बरकरार हैं.

पीएमएल-एन, पीपीपी और पीटीआई, तीनों ही प्रमुख दलों में से किसी को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक सीट नहीं मिली हैं और इसलिए वे अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएंगे. इसलिए, अभी यह साफ नहीं है कि नकदी के संकट से जूझ रहे देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा.

केंद्र और प्रांतों में गठबंधन सरकार बनाने के अपने प्रयासों के तहत पीएमएल-एन और पीपीपी के नेताओं ने आठ फरवरी के चुनाव के बाद अपनी पहली बैठक में आधे कार्यकाल के लिए एक प्रधानमंत्री नियुक्त करने के विचार पर बातचीत की। घटनाक्रम के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी.

पूर्व पाक पीएम शरीफ की पार्टी को पांच और निर्दलीय सांसदों का मिला समर्थन : पीएमएल-एन पार्टी को बढ़ावा देते हुए पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के पांच नवनिर्वाचित निर्दलीय सदस्यों ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने का फैसला किया. नवाज गठबंधन सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल चुनाव के बाद त्रिशंकु संसद की तस्वीर बनी है.

पाकिस्तान में तीन बार के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने आठ फरवरी को हुए आम चुनाव में खंडित जनादेश के बाद गतिरोध समाप्त करने के लिए प्रतिद्वंद्वी दलों के समक्ष 'भागीदारी वाली गठबंधन सरकार' का विचार पेश किया है. सोमवार को मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली.

किसे कितनी सीटें : पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) द्वारा रविवार तक घोषित परिणामों के अनुसार कुल 265 नेशनल असेंबली सीटों में से पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीटें हासिल कीं. इसके बाद पीएमएल-एन को 75, पीपीपी को 54, एमक्यूएम को 17 और अन्य छोटी पार्टियों ने 17 सीटें जीतीं.

266 सदस्यीय नेशनल असेंबली में पीएमएल-एन के पास 75 सीटें हैं जो सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने अधिकतर निर्दलीय सदस्यों को समर्थन दिया है, जिन्होंने 101 सीटें हासिल की हैं.

पूर्व कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल ने नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल नहीं किया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव 'निष्पक्ष' थे.

पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता ने भविष्य की कार्रवाई के संबंध में विचार-विमर्श को लेकर लाहौर के जाति उमरा में पार्टी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि पीएमएल-एन ने केंद्र में संघीय सरकार बनाने के लिए अपने पूर्व सहयोगियों के साथ परामर्श शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, 'केवल पीएमएल-एन के समर्थन से (संघीय) सरकार बनाने की संभावना है. यह एक भागीदारी वाली गठबंधन सरकार होगी.'

'डॉन' अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि यह देश के सबसे अधिक हित में है कि सभी को संघीय सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाना चाहिए. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार की खबर के मुताबिक, पीएमएल-एन के सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक फॉर्मूले के अनुसार अगर गठबंधन दल पीएमएल-एन को प्रधानमंत्री का पद देने पर सहमत होते हैं तो अध्यक्ष और स्पीकर का पद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को दिया जाएगा.

इसी तरह डिप्टी स्पीकर का पद मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) या गठबंधन में शामिल होने वाले किसी निर्दलीय सदस्य को दिया जा सकता है. इसके अलावा पीएमएल-एन वित्त मंत्रालय अपने पास रख सकती है और अन्य मंत्रालयों को आपसी परामर्श से सहयोगियों के बीच वितरित किया जाएगा.

संख्या बल के आधार पर पीएमएल-एन और पीपीपी दोनों केंद्र में गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में हैं. हालांकि, पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने घोषणा की कि पीटीआई को छोड़कर सभी पार्टियों को आगामी गठबंधन में हाथ मिलाना चाहिए.

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जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों के संसद में सबसे अधिक सीटें जीतने के बावजूद पाकिस्तान की अगली सरकार की तस्वीर को लेकर सवाल बरकरार हैं.

पीएमएल-एन, पीपीपी और पीटीआई, तीनों ही प्रमुख दलों में से किसी को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक सीट नहीं मिली हैं और इसलिए वे अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएंगे. इसलिए, अभी यह साफ नहीं है कि नकदी के संकट से जूझ रहे देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा.

केंद्र और प्रांतों में गठबंधन सरकार बनाने के अपने प्रयासों के तहत पीएमएल-एन और पीपीपी के नेताओं ने आठ फरवरी के चुनाव के बाद अपनी पहली बैठक में आधे कार्यकाल के लिए एक प्रधानमंत्री नियुक्त करने के विचार पर बातचीत की। घटनाक्रम के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी.

पूर्व पाक पीएम शरीफ की पार्टी को पांच और निर्दलीय सांसदों का मिला समर्थन : पीएमएल-एन पार्टी को बढ़ावा देते हुए पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के पांच नवनिर्वाचित निर्दलीय सदस्यों ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने का फैसला किया. नवाज गठबंधन सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल चुनाव के बाद त्रिशंकु संसद की तस्वीर बनी है.

पाकिस्तान में तीन बार के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने आठ फरवरी को हुए आम चुनाव में खंडित जनादेश के बाद गतिरोध समाप्त करने के लिए प्रतिद्वंद्वी दलों के समक्ष 'भागीदारी वाली गठबंधन सरकार' का विचार पेश किया है. सोमवार को मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली.

किसे कितनी सीटें : पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) द्वारा रविवार तक घोषित परिणामों के अनुसार कुल 265 नेशनल असेंबली सीटों में से पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीटें हासिल कीं. इसके बाद पीएमएल-एन को 75, पीपीपी को 54, एमक्यूएम को 17 और अन्य छोटी पार्टियों ने 17 सीटें जीतीं.

266 सदस्यीय नेशनल असेंबली में पीएमएल-एन के पास 75 सीटें हैं जो सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने अधिकतर निर्दलीय सदस्यों को समर्थन दिया है, जिन्होंने 101 सीटें हासिल की हैं.

पूर्व कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल ने नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल नहीं किया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव 'निष्पक्ष' थे.

पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता ने भविष्य की कार्रवाई के संबंध में विचार-विमर्श को लेकर लाहौर के जाति उमरा में पार्टी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि पीएमएल-एन ने केंद्र में संघीय सरकार बनाने के लिए अपने पूर्व सहयोगियों के साथ परामर्श शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, 'केवल पीएमएल-एन के समर्थन से (संघीय) सरकार बनाने की संभावना है. यह एक भागीदारी वाली गठबंधन सरकार होगी.'

'डॉन' अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि यह देश के सबसे अधिक हित में है कि सभी को संघीय सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाना चाहिए. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार की खबर के मुताबिक, पीएमएल-एन के सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक फॉर्मूले के अनुसार अगर गठबंधन दल पीएमएल-एन को प्रधानमंत्री का पद देने पर सहमत होते हैं तो अध्यक्ष और स्पीकर का पद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को दिया जाएगा.

इसी तरह डिप्टी स्पीकर का पद मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) या गठबंधन में शामिल होने वाले किसी निर्दलीय सदस्य को दिया जा सकता है. इसके अलावा पीएमएल-एन वित्त मंत्रालय अपने पास रख सकती है और अन्य मंत्रालयों को आपसी परामर्श से सहयोगियों के बीच वितरित किया जाएगा.

संख्या बल के आधार पर पीएमएल-एन और पीपीपी दोनों केंद्र में गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में हैं. हालांकि, पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने घोषणा की कि पीटीआई को छोड़कर सभी पार्टियों को आगामी गठबंधन में हाथ मिलाना चाहिए.

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Last Updated : Feb 12, 2024, 10:54 PM IST
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