नई दिल्ली: न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी डायबिटीज को एक बड़ा हेल्थ क्राइसिस बता रही है. डायबिटीज में मरीज के शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने और कम होने लगता है. इस असंतुलन की वजह से लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है.
अगर किसी शख्स को डायबिटीज की बीमारी हो जाए तो उसे जीवनभर इससे निजात नहीं मिलती. ऐसे में लोगों को अपनी हेल्थ मैनेज करने के लिए कई तरह के उपाय करने पड़ते हैं. अगर लोग अपनी डाइट पर ध्यान दें तो इससे डायबिटीज की बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है.
डायबिटीज के मरीजों को शुगर कंट्रोल में रखने के लिए डेली खान-पान में सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. डायबिटीज के मरीजों को ब्रेकफास्ट लेकर डिनर तक संतुलित खाना चाहिए. इसके अलावा डायबिटीज से पीड़ित शख्स को सुबह उठने के बाद और नाश्ता करने से पहले अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करना चाहिए.
इससे आपको अपना ब्लड शुगर लेवल रीडिंग मिल जाएगी और आप उसी आधार पर आप अपना ब्रेकफास्ट कर सकते हैं. अगर शुगर लेवल हाई तो ऐसे फूड्स खाएं जिनमें कार्ब्स और फैट्स कम हो, जबकि शुगर लेवल कम होने पर हाई फाइबर और हाई प्रोटीन वाले फूड्स ले सकते हैं.
ब्रेकफास्ट में क्या खांए डायबिटीज में मरीज
अगर आप डायबिटीज से जूझ रहे हैं तो सुहब नाश्ते में अंकुरित चना और मूंग,आंवला, स्ट्राबेरीज अंडा और फैट-फ्री दूध जैसे फूड्स खा सकते हैं.डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा देर तक भूखा नहीं रहना चाहिए इसीलिए, अपनी डाइट प्लान में अपने 2 मील्स के बीच गैप का ख्याल रखें और हर 2-3 घंटे में कुछ न कुछ खाते रहें.
कैसा हो डायबिटीज के मरीज का लंच
डायबिटीज से पीड़ित लोगों को लंच में गेंहू के आटे की बजाय मिलेट्स या मल्टीग्रेन आटे की रोटी खानी चाहिए. गर्मियों में ज्वार के आटे की रोटियां शरीर को ठंडा रखती हैं और आपका ब्लड शुगर लेवल भी नहीं बढ़ने देंती. इसी तरह सर्दी के मौसम में भी मोटे अनाजों के आटे की रोटियां खाएं. इसके अलावा हरी सब्जियां, दाल और दही जैसी चीजों का सेवन करें.
कैसा हो डिनर?
रात के समय में अक्सर डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. इसलिए जरूरी है कि रात का खाना जल्द से जल्द खाएं. इसके अलावा डिनर के बाद वॉक भी जरूर करें. गौरतलब है कि सोने से कम से कम 3 घंटे पहले डिनर कर लेना चाहिए. इससे आपका खाना भी पच जाता है और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)