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शुगर मरीज भी खा सकते हैं चावल, पकाने से पहले बस करें यह काम, लाभ जानकर हो जाएंगे हैरान - Health Benefits Of Soaked Rice

Health Benefits Of Soaked Rice: भीगे हुए चावल सामान्य चावल से बेहतर होते हैं क्योंकि इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रण के लिए बेनिफिशियल होता है. जानिए पकाने से पहले चावल को भिगोना क्यों सही है. जानिए इससे क्या-क्या लाभ है. पढ़ें पूरी खबर...

Health Benefits Of Soaked Rice
शुगर मरीज भी खा सकते हैं चावल (CANVA)
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By ETV Bharat Health Team

Published : Sep 2, 2024, 3:32 PM IST

हैदराबाद: भारत में लोग ज्यादातर चावल खाते हैं. चावल हमारे देश में कई लोगों का पेट भरता है. वैसे तो उत्तर भारत में गेहूं का आटा मुख्य भोजन माना जाता है, लेकिन दक्षिण भारत समेत कुछ राज्यों में चावल ही मुख्य भोजन माना जाता है. ऐसे में जब चावल पकाने की बारी आती है तो अधिकांश घरों में लोग चावल को धोकर तुरंत पका लेते हैं.

लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा करना काफी गलत है. चावल को तुरंत धोकर पकाने से लोग कई स्वास्थ्य लाभों से वंचित रह जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि चावल को लंबे समय तक भिगोकर पकाने से कई फायदे मिलते हैं. इस खबर में विस्तार से जानिए कि चावल को धोकर पकाने से क्या-क्या हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं...

ब्लड शुगर लेवल: कई डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा चावल नहीं खाना चाहिए. क्योंकि, चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देता है. वहीं, इसपर विशेषज्ञों का कहना है कि चावल को तुरंत धोकर पकाने की बजाय थोड़ी देर पानी में भिगोकर छोड़ने से यह स्तर कम हो जाता है और शुगर का स्तर बढ़ने से बच जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से मधुमेह रोगियों को चावल खाने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी.

पोषक तत्वों को अवशोषित करता है: चावल में कई पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर के लिए अच्छे होते हैं. चावल को पकाने से पहले कुछ देर तक पानी में भिगोकर छोड़ने और उसके बाद पकाकर खाने से ये सभी पोषक तत्व शरीर द्वारा एब्जॉर्ब हो जाते हैं.

पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है: कई लोगों को अपच और कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं. जिन लोगों को ऐसी समस्या है उन्हें चावल कुछ देत तक भिगोकर छोड़ने और उसके बाद पकाकर खाने से फायदा हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि इस तरह से चावल को पकाने से पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली बेहतर होती है.

2018 में द जर्नल ऑफ फूड इंजीनियरिंग में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया कि चावल को लंबे समय तक भिगोने और उसके बाद पकाने से पाचन में सुधार होता है और कब्ज की समस्या कम हो जाती है. इस शोध में दक्षिण कोरिया के सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी में खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर डॉ. सुंगमिन ली ने भाग लिया था.

अच्छी नींद लें!: चावल में उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो नींद में खलल डालता है. लेकिन यदि आप चावल को देर तक पानी में भिगोते हैं और उसके बाद पकाकर खाते हैं तो ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी हद तक कम हो जाता है. ऐसा कहा जाता है कि पके हुए चावल खाने से आपको रात में अच्छी नींद आती है.

इसे घंटों तक भिगोकर न रखें!: चावल को देर तक भिगोने का मतलब है 10 से 15 मिनट, यहां चावल को लंबे समय तक भिगोने की भी सिफारिश नहीं की जाती है. अगर चावल को घंटों तक भिगोकर छोड़ दिया जाएगा, तो उसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स पानी में घुल जाएंगे. इसलिए इसे लगभग 15-20 मिनट तक ही भिगोने का सुझाव दिया जाता है.

नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. लेकिन, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.

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हैदराबाद: भारत में लोग ज्यादातर चावल खाते हैं. चावल हमारे देश में कई लोगों का पेट भरता है. वैसे तो उत्तर भारत में गेहूं का आटा मुख्य भोजन माना जाता है, लेकिन दक्षिण भारत समेत कुछ राज्यों में चावल ही मुख्य भोजन माना जाता है. ऐसे में जब चावल पकाने की बारी आती है तो अधिकांश घरों में लोग चावल को धोकर तुरंत पका लेते हैं.

लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा करना काफी गलत है. चावल को तुरंत धोकर पकाने से लोग कई स्वास्थ्य लाभों से वंचित रह जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि चावल को लंबे समय तक भिगोकर पकाने से कई फायदे मिलते हैं. इस खबर में विस्तार से जानिए कि चावल को धोकर पकाने से क्या-क्या हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं...

ब्लड शुगर लेवल: कई डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा चावल नहीं खाना चाहिए. क्योंकि, चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देता है. वहीं, इसपर विशेषज्ञों का कहना है कि चावल को तुरंत धोकर पकाने की बजाय थोड़ी देर पानी में भिगोकर छोड़ने से यह स्तर कम हो जाता है और शुगर का स्तर बढ़ने से बच जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से मधुमेह रोगियों को चावल खाने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी.

पोषक तत्वों को अवशोषित करता है: चावल में कई पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर के लिए अच्छे होते हैं. चावल को पकाने से पहले कुछ देर तक पानी में भिगोकर छोड़ने और उसके बाद पकाकर खाने से ये सभी पोषक तत्व शरीर द्वारा एब्जॉर्ब हो जाते हैं.

पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है: कई लोगों को अपच और कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं. जिन लोगों को ऐसी समस्या है उन्हें चावल कुछ देत तक भिगोकर छोड़ने और उसके बाद पकाकर खाने से फायदा हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि इस तरह से चावल को पकाने से पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली बेहतर होती है.

2018 में द जर्नल ऑफ फूड इंजीनियरिंग में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया कि चावल को लंबे समय तक भिगोने और उसके बाद पकाने से पाचन में सुधार होता है और कब्ज की समस्या कम हो जाती है. इस शोध में दक्षिण कोरिया के सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी में खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर डॉ. सुंगमिन ली ने भाग लिया था.

अच्छी नींद लें!: चावल में उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो नींद में खलल डालता है. लेकिन यदि आप चावल को देर तक पानी में भिगोते हैं और उसके बाद पकाकर खाते हैं तो ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी हद तक कम हो जाता है. ऐसा कहा जाता है कि पके हुए चावल खाने से आपको रात में अच्छी नींद आती है.

इसे घंटों तक भिगोकर न रखें!: चावल को देर तक भिगोने का मतलब है 10 से 15 मिनट, यहां चावल को लंबे समय तक भिगोने की भी सिफारिश नहीं की जाती है. अगर चावल को घंटों तक भिगोकर छोड़ दिया जाएगा, तो उसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स पानी में घुल जाएंगे. इसलिए इसे लगभग 15-20 मिनट तक ही भिगोने का सुझाव दिया जाता है.

नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. लेकिन, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.

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