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Healthy lifestyle tip : फ्रिज में रखा आटा खाते हैं आप?, ऐसा करना हो सकता है बेहद खतरनाक - Atta dough in fridge side effects

Atta dough in fridge side effects : क्या आपकी भी आदत है कि रात में सोने से पहले बचे हुए गूंथे आटे को फ्रिज में रखने की. तो हो जाए सावधान, अपनी इस आदत को तुरंत बदल लें, नहीं तो ये आदत आपकी सेहत पर भारी पड़ जाएगी. आइये आपको बताते है कि रात में सोने से पहले गूंथे हुए आटे को फ्रिज में क्यों नहीं रखें. आइये जानते हैं विस्तार से.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 15, 2024, 6:35 AM IST

Updated : Mar 15, 2024, 7:47 AM IST

पटना: शहरी जीवन शैली में भाग दौड़ भरी जिंदगी के बीच लोग खाने-पीने में काफी लापरवाही करते जा रहे हैं. अक्सर समय की बचत के लिए लोग एक बार आंटे को अधिक मात्रा में गूंथ देते हैं और रोटी बनाने के बाद बचे हुए आटे को फ्रिज में रख देते हैं. इसके बाद रोटी बनाने के लिए बचे हुए आटे का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा करना आपके सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. इससे शरीर में कई प्रकार की बीमारी होना का खतरा बढ़ जाता हैं.

वैज्ञानिक तथ्य, सेहत पर पड़ेगा गलत प्रभाव : विशेषज्ञों की माने तो जब हम आटे को गूंथ देते हैं तो उसमें फर्मेंटेशन शुरू हो जाता है. फर्मेंटेशन के लिए बैक्टीरिया की आवश्यकता पड़ती है और गूंथे हुए आटे में यह बैक्टीरिया बढ़ते समय के साथ-साथ बढ़ती जाती है. बढ़ते समय के साथ बैक्टीरिया की वैरायटी चेंज होते जाती है और यह गुड बैक्टीरिया से बेड बैक्टीरिया में बदल जाता है.

''फ्रिज में रखा हुआ गूंथा आटा जब हम इस्तेमाल करते हैं तो यह हमारे शरीर के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम को खराब करता है. शरीर में अपच की शिकायत बढ़ जाती है. अधिक समय तक रखे हुए आटे की रोटी खाते हैं तो शरीर में फूड प्वाइजनिंग, कब्ज, डायरिया की समस्या बढ़ जाती है. लंबे समय तक ऐसी जीवन शैली में शरीर का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. पाचन तंत्र कमजोर होने की वजह से स्ट्रोक के खतरे बढ़ जाते हैं.'' - डॉ़. पूजा पांडे, सीनियर डाइटिशियन, जयप्रभा मेदांता अस्पताल

क्या है आयुर्वेदिक तथ्य : वहीं आयुर्वेद एक्सपर्ट का भी मानना है कि रोटी बनाने के लिए हमेशा फ्रेश आटे का इस्तेमाल करना चाहिए. क्योंकि एक दिन बाद का आटा यानी बासी आटे की रोटी का स्वाद फ्रेश आटे जैसा नहीं होता है.

हिंदू मान्यताओं के अनुसार : वहीं हिंदू धर्म में कहा गया है कि बासी खाना या गूंथे हुए आटे को फ्रिज में रखने से भूत पिशाच घर कर लेते हैं. साथ ही इसमें नकारात्मक ऊर्जा भी पैदा होती है. साथ ही जिन घरों में गूंथा हुआ आटे का उपयोग होता है, वहां आलस और डर अपना घर बना लेता है.

डॉक्टर की सलाह, इस आदत को छोड़ दें : डॉक्टर पूजा पांडेय ने बताया कि, हमें यह जीवन शैली बदलनी होगी. पुराने दौर में ऐसा नहीं था लेकिन हममें यह आदत बढ़ गई है कि सुबह बच्चों को स्कूल जाना है तो रात में ही आटा गूंथ कर रख दें. सुबह इसकी रोटी बनाकर बच्चों को खिलाते हैं जिससे बच्चों के बीमार होने के खतरे बढ़ जाते हैं. थोड़ी समय लगेगी लेकिन यह आदत बदलनी होगी. ताजा गूंथा हुआ आटा की रोटी ही सेहत के लिए फायदेमंद है और ऐसा ही भोजन हमें करना चाहिए. इसके अलावा मैदा से बने खाने भी अधिक नहीं खाने चाहिए जो हमारे पाचन क्रिया को नुकसान पहुंचता है.

नोट : इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. ETV BHARAT इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें

ये भी पढ़ें : भाला उस्ताद का नुस्खा, 'खाओ रोटी पियो चाय, टेंशन को करो बाय-बाय'

ये भी पढ़ें : पत्नी ने नहीं बनाई रोटी तो पति ने लगाई फांसी

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ये भी पढ़ें : क्या आप जानते हैं कितना गुणकारी हैं आटा?

पटना: शहरी जीवन शैली में भाग दौड़ भरी जिंदगी के बीच लोग खाने-पीने में काफी लापरवाही करते जा रहे हैं. अक्सर समय की बचत के लिए लोग एक बार आंटे को अधिक मात्रा में गूंथ देते हैं और रोटी बनाने के बाद बचे हुए आटे को फ्रिज में रख देते हैं. इसके बाद रोटी बनाने के लिए बचे हुए आटे का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा करना आपके सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. इससे शरीर में कई प्रकार की बीमारी होना का खतरा बढ़ जाता हैं.

वैज्ञानिक तथ्य, सेहत पर पड़ेगा गलत प्रभाव : विशेषज्ञों की माने तो जब हम आटे को गूंथ देते हैं तो उसमें फर्मेंटेशन शुरू हो जाता है. फर्मेंटेशन के लिए बैक्टीरिया की आवश्यकता पड़ती है और गूंथे हुए आटे में यह बैक्टीरिया बढ़ते समय के साथ-साथ बढ़ती जाती है. बढ़ते समय के साथ बैक्टीरिया की वैरायटी चेंज होते जाती है और यह गुड बैक्टीरिया से बेड बैक्टीरिया में बदल जाता है.

''फ्रिज में रखा हुआ गूंथा आटा जब हम इस्तेमाल करते हैं तो यह हमारे शरीर के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम को खराब करता है. शरीर में अपच की शिकायत बढ़ जाती है. अधिक समय तक रखे हुए आटे की रोटी खाते हैं तो शरीर में फूड प्वाइजनिंग, कब्ज, डायरिया की समस्या बढ़ जाती है. लंबे समय तक ऐसी जीवन शैली में शरीर का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. पाचन तंत्र कमजोर होने की वजह से स्ट्रोक के खतरे बढ़ जाते हैं.'' - डॉ़. पूजा पांडे, सीनियर डाइटिशियन, जयप्रभा मेदांता अस्पताल

क्या है आयुर्वेदिक तथ्य : वहीं आयुर्वेद एक्सपर्ट का भी मानना है कि रोटी बनाने के लिए हमेशा फ्रेश आटे का इस्तेमाल करना चाहिए. क्योंकि एक दिन बाद का आटा यानी बासी आटे की रोटी का स्वाद फ्रेश आटे जैसा नहीं होता है.

हिंदू मान्यताओं के अनुसार : वहीं हिंदू धर्म में कहा गया है कि बासी खाना या गूंथे हुए आटे को फ्रिज में रखने से भूत पिशाच घर कर लेते हैं. साथ ही इसमें नकारात्मक ऊर्जा भी पैदा होती है. साथ ही जिन घरों में गूंथा हुआ आटे का उपयोग होता है, वहां आलस और डर अपना घर बना लेता है.

डॉक्टर की सलाह, इस आदत को छोड़ दें : डॉक्टर पूजा पांडेय ने बताया कि, हमें यह जीवन शैली बदलनी होगी. पुराने दौर में ऐसा नहीं था लेकिन हममें यह आदत बढ़ गई है कि सुबह बच्चों को स्कूल जाना है तो रात में ही आटा गूंथ कर रख दें. सुबह इसकी रोटी बनाकर बच्चों को खिलाते हैं जिससे बच्चों के बीमार होने के खतरे बढ़ जाते हैं. थोड़ी समय लगेगी लेकिन यह आदत बदलनी होगी. ताजा गूंथा हुआ आटा की रोटी ही सेहत के लिए फायदेमंद है और ऐसा ही भोजन हमें करना चाहिए. इसके अलावा मैदा से बने खाने भी अधिक नहीं खाने चाहिए जो हमारे पाचन क्रिया को नुकसान पहुंचता है.

नोट : इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. ETV BHARAT इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें

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Last Updated : Mar 15, 2024, 7:47 AM IST
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