मुंबई: दक्षिण भारतीय सिनेमा के सबसे चहेते सुपरस्टार्स में से एक अक्किनेनी नागेश्वर राव की 100वीं जयंती के अवसर पर एक विशेष रूप से क्यूरेट किया गया, मल्टी-सिटी फिल्म फेस्टिवल आयोजित किया जा रहा है. एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 'एएनआर 100 - किंग ऑफ द सिल्वर स्क्रीन' नामक रेट्रोस्पेक्टिव फेस्टिवल का आयोजन नॉन प्रॉफिटेबल ऑर्गेनाइजेशन फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन (एफएचएफ) द्वारा किया जाएगा और इसमें अक्किनेनी नागेश्वर राव की कई फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी.
यह फिल्म महोत्सव 20 से 22 सितंबर तक 25 शहरों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे प्रमुख महानगर और वडोदरा, जालंधर, राउरकेला, वारंगल, काकीनाडा और तुमकुर जैसे छोटे शहर शामिल हैं. मूवी गाला के लिए क्यूरेट की गई फिल्मों में देवदासु (1953), मिसम्मा (1955), मायाबाजार (1957), भार्या भरथलु (1961), गुंडम्मा कथा (1962), डॉक्टर चक्रवर्ती (1964), सुदिगुंडालु (1968), प्रेम नगर (1971), प्रेमाभिषेकम (1981), और मनम (2014) शामिल हैं.
अक्कीनेनी नागेश्वर राव के बेटे, तेलुगु सुपरस्टार अक्कीनेनी नागार्जुन ने कहा कि उन्हें खुशी है कि फिल्म फेस्टिवल में उनके पिता के करियर की ऐतिहासिक फिल्मों का देशभर में जश्न मनाया जाएगा. उन्होंने कहा, 'उन्हें नटसम्राट कहा जाना सही था क्योंकि उनमें संत से लेकर शराबी और रोमांटिक हीरो तक की भूमिकाएं निभाने का हुनर था दशकों तक लोगों के दिलों और दिमाग में बसी रही. उन्होंने अन्नपूर्णा स्टूडियो की स्थापना की और हमारे राज्य में तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की नींव रखी. में उनकी विरासत पर बहुत गर्व है और इस फेस्टिवल के माध्यम से देश भर के दर्शक न केवल तेलुगु सिनेमा बल्कि भारतीय सिनेमा के एक आइकन को याद करेंगे.
नट सम्राट के नाम से मशहूर अक्किनेनी नागेश्वर राव का जन्म 20 सितंबर 1924 को हुआ था. उन्होंने हिंदी, तेलुगु और तमिल सिनेमा में काम किया. अपने 71 साल के करियर में उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया जिसमें उन्होंने कई अलग अलग तरह के रोल प्ले किए. सिनेमा में उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, रघुपति वेंकैया पुरस्कार और फिल्मफेयर पुरस्कार जैसे अनेक पुरस्कार अर्जित किये.