मुंबई: कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन आईटी सेक्टरों में गिरावट देखी जा रहा है. एक्सेंचर द्वारा दिए गए कमजोर मार्गदर्शन के बाद, वैश्विक आईटी प्रमुख का शेयर मूल्य न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई) में 9 फीसदी से अधिक गिर गया. इसके परिणामस्वरूप भारतीय आईटी प्रमुख विप्रो और इंफोसिस के एडीआर (अमेरिकी डिपॉजिटरी रसीद) शेयरों में गिरावट आई. बता दें कि आज निफ्टी आईटी 1.85 फीसदी के गिरावट के साथ कारोबार कर रहे है.
कितने गिरे एक्सेंचर के शेयर?
एक्सेंचर के शेयर की कीमत में तेज बिकवाली देखी गई क्योंकि इसने पूरे साल की रेवेन्यू वृद्धि की उम्मीद को संशोधित कर 1 फीसदी से 3 फीसदी कर दिया, जो कि 3 फीसदी से 5 फीसदी के शुरुआती अनुमान से कम है. इससे भारतीय आईटी दिग्गज विप्रो, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज लाल निशान में कारोबार करने कर रहे.
निफ्टी आईटी इंडेक्स 3 फीसदी से अधिक गिर गया और सूचकांक में सबसे अधिक गिरावट एचसीएल टेक, एम्फैसिस, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स में हुई, जिनमें से प्रत्येक में 4 फीसदी से अधिक की गिरावट आई.
एक्सेंचर ने क्या कहा?
एक्सेंचर ने अपने पूरे साल के रेवेन्यू वृद्धि अनुमान को संशोधित किया क्योंकि यह अपनी आईटी और परामर्श सेवाओं की सुस्त मांग से जूझ रहा है. परिणाम वैश्विक बाजारों में आर्थिक अनिश्चितता का भी संकेत देते हैं जो प्रमुख रूप से परामर्श को प्रभावित कर रहा है और छंटनी या नियुक्ति पर रोक लगा रहा है.
एक्सेंचर पर मॉर्गन स्टेनली ने क्या कहा?
मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि एक्सेंचर द्वारा वित्तीय वर्ष के लिए अपने मार्गदर्शन में कटौती और इसकी सतर्क टिप्पणी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं और भारतीय आईटी के लिए राजस्व वसूली की गति पर भी चिंताएं हैं.