नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस ने अलग-अलग थानों पर दर्ज एनडीपीएस ऐक्ट के मुकदमे से संबंधित 646.705 किलोग्राम गांजे को बुधवार को नष्ट कराया है. नष्ट कराए गए गांजे की कीमत करीब सवा करोड़ रुपये के आसपास आंकी गई है. कुछ दिन पहले विभिन्न थानों की पुलिस ने शराब का भी डिस्पोजल किया था. पुलिस ने इसे जलाने के लिए कासना साइट-5 स्थित औद्योगिक इकाई नेशनल वुड प्रोडक्ट्स का चयन किया, जहां गांजे को भट्टी में डालकर जलाया गया.
कैसे और कहां से आया गांजा: गांजा नष्ट करने की प्रक्रिया जिला न्यायालय की अनुमति के बाद शुरू हुई. पुलिस ने सात थानों में दर्ज मामलों में जब्त किए गए गांजे को नष्ट किया किया गया. कासना थाने पर दर्ज दो मुकदमे से संबंधित कुल 452.4 किलोग्राम गांजा का विनष्टीकरण किया गया. इसके अलावा सेक्टर-39 थाने में दर्ज एक मुकदमे से संबंधित 107 किलोग्राम गांजा, फेज वन पर दर्ज 51 मुकदमे से संबंधित कुल 32.890 किलोग्राम गांजा, सेक्टर-20 के सात मुकदमे से संबंधित 4.750 किलोग्राम गांजा, सेक्टर-24 के 43 मुकदमे से संबंधित 28.545 किलोग्राम गांजा, सेक्टर-49 के एक मुकदमे से संबंधित 1.100 किलोग्राम और सेक्टर-58 पर दर्ज 27 मुकदमे से संबंधित कुल 20.020 किलोग्राम गांजा नष्ट किया गया.
उच्च अधिकारियों के निर्देशन में हुई कार्यवाई: विशेष अभियान के तहत बुधवार को डीसीपी अपराध शक्ति मोहन अवस्थी व डीसीपी नार्कोटिक्स अशोक कुमार के निर्देशन में गांजे का डिस्पोजल नेशनल वुड प्रोडक्ट्स साइट-5 कासना में कराया गया. डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि अब तक जब्त किए गए गांजे को नष्ट करने के लिए दूसरे जगह भेजा जाता था, लेकिन इस बार गौतमबुद्धनगर में ही जलाकर नष्ट किया गया. इसके लिए कासना साइट-5 स्थित औद्योगिक इकाई नेशनल वुड प्रोडक्ट्स को चुना गया. इस दौरान वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए विशेष सावधानी बरती गई. उन्होंने कहा कि आगे भी इसी तरह गौतमबुद्धनगर पुलिस नशे के कारोबार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई जारी रखेगी. आप को बता दें कि जल्द ही गाडियों और अन्य माल का भी निस्तारण किया जाएगा. जो एक लंबे समय से पेंडिंग बचा हुआ है.