नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024-25 पेश कर दिया है. बता दें, इस साल अप्रैल और जून के बीच होने वाले आम चुनाव से पहले यह मोदी सरकार-2 का आखिरी बजट होगा. बजट पेश करने से पहले ही सीतारमण ने कहा कि केंद्रीय बजट में ऐसी कोई शानदार घोषणा नहीं की जाएगी.
रेलवे पर फोकस: पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का रेलवे सेक्टर पर टॉप फोकस रहा. सरकार द्वारा राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के लिए उच्च पूंजीगत लागत आवंटित करने की संभावना है. पिछले साल सरकार ने इस क्षेत्र के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत लागत आवंटित किया था. यह अब तक का सबसे अधिक खर्च है, जो 2013-14 में किए गए खर्च से लगभग 9 गुना ज्यादा है.
इसके अलावा, सरकार देश की पहली सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस के उत्पादन को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया है. फिलहाल इन ट्रेनों का निर्माण चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में किया जा रहा है. रेल कोच फैक्ट्री, नासिक और मॉडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली में स्थित दो और रेलवे कारखानों में ऐसी ट्रेनों के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है.
सरकार का मुख्य फोकस वंदे भारत स्लीपर वर्जन के लॉन्च पर होगा. इस नए संस्करण के लॉन्च की घोषणा रेल मंत्री ने बजट 2023 के बाद की मीडिया सभा में की थी. ये ट्रेनें 800 किमी से अधिक लंबी दूरी तय करेंगी. फिलहाल इस ट्रेन का उत्पादन आईसीएफ चेन्नई में चल रहा है.
सरकार का एक और ध्यान अपने नेटवर्क पर हाइड्रोजन ट्रेनों की शुरूआत पर होगा. पहली ओर, ये ट्रेनें शिमला, दार्जिलिंग आदि जैसे पहाड़ी इलाकों में चलेंगी. इसके अलावा, सरकार को स्वच्छता, यात्रियों के लिए भोजन की बेहतर गुणवत्ता, प्रतीक्षा के समाधान को बढ़ाकर यात्रियों के यात्रा अनुभव को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है.