नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड के सीईओ कृतिवासन टॉप छह भारतीय तकनीकी सेवा कंपनियों में सबसे कम वेतन पाने वाले हैं. मार्च में समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए कृतिवासन को 3.1 मिलियन डॉलर या 25.4 करोड़ रुपये का पैकेज मिला है. अन्य आईटी सेवा कंपनियों के विपरीत, टीसीएस कर्मचारी स्टॉक स्वामित्व योजना (ईएसओपी) की पेशकश नहीं करती है.
बता दें कि कृतिवासन का पहले साल का सैलरी उनके पहले राजेश गोपीनाथन से 0.4 मिलियन डॉलर कम है, जिन्होंने मार्च 2023 में आईटी सेवा फर्म के सीईओ के रूप में पद छोड़ दिया था.
9 मई 2024 को जारी मार्च 2023 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए आईटी ब्लूचिप की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश रेमुनरेशन 2.5 मिलियन डॉलर - कमीशन से आया था. चूंकि सीईओ के मुआवजे का अधिकांश हिस्सा उन्हें दिए गए शेयरों के कारण मिलने वाले कमीशन से आता है, इसलिए उनका पारिश्रमिक उनके कर्मचारियों के औसत वेतन की तुलना में बढ़ जाता है.
भारत के टॉप सीईओ की सैलरी (FY2023/2024 में सीईओ का रेमुनरेशन)
- कॉग्निजेंट के सीईओ रवि कुमार का रेमुनरेशन 22.6 मीलियन डॉलर है.
- एचसीएलटेक के सीईओ विजयकुमार का रेमुनरेशन 10.6 मीलियन डॉलर है.
- विप्रो के सीईओ श्रीनिवास पल्लिया का रेमुनरेशन 7 मीलियन डॉलर है.
- इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख का रेमुनरेशन 6.8 मीलियन डॉलर है.
- टेक महिंद्रा के सीईओ सी.पी. गुरनानी का रेमुनरेशन 3.7 मीलियन डॉलर है.
- TCS के सीईओ के. कृतिवासन का रेमुनरेशन 3.7 मीलियन डॉलर है.