नई दिल्ली: वित्त वर्ष 24 में पहली बार नेट प्रॉफिट 3 लाख करोड़ रुपये को पार करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के बैंकिंग सेक्टर की तारीफ की हैं. पिछले वित्तीय वर्ष में निजी क्षेत्र के बैंकों ने 1.78 लाख करोड़ रुपये और राज्य के स्वामित्व वाले लेंडर ने 1.41 लाख करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था. कुल मिलाकर, निजी क्षेत्र के बैंकों ने पीएसबी की तुलना में अधिक नेट प्रॉफिट दर्ज किया. FY24 में, कुल 26 निजी क्षेत्र के बैंकों ने 1.78 लाख करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि 12 PSB का नेट प्रॉफिट 1.41 लाख करोड़ रुपये था.
पीएम मोदी नेएक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा कि जब हम सत्ता में आए, तो हमारे बैंक यूपीए की फोन-बैंकिंग नीति के कारण घाटे और उच्च एनपीए से जूझ रहे थे. गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे बंद कर दिए गए. मोदी ने कहा कि बैंकों की सेहत में सुधार से गरीबों, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों और किसानों को लोन की उपलब्धता को बढ़ावा मिलेगा.
इससे पहले, मोदी ने कहा था कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम, जो कभी घाटे में थी, अब लाभ में है और क्रेडिट में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है. भारत की बैंकिंग सिस्टम विश्व स्तर पर मजबूत और टिकाऊ है. बैंकिंग सिस्टम जो कभी घाटे में थी, अब लाभ में है और क्रेडिट में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है. मोदी ने 1 अप्रैल को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 90 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा था.