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जनधन योजना के 10 साल पूरे, जानें कितने खाते खुले और कितने रुपये हुए जमा - Jan Dhan Yojana

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 28, 2024, 10:43 AM IST

Jan Dhan Yojana- प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) की दसवीं वर्षगांठ पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ाने में इसकी भूमिका के लिए इस पहल की प्रशंसा की. पढ़ें पूरी खबर...

Jan Dhan Yojana
प्रधानमंत्री जनधन योजना (प्रतीकात्मक फोटो) (IANS Photo)

नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के दस वर्ष पूरे हो गए है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह वित्तीय समावेशन का राष्ट्रीय मिशन है. इसका उद्देश्य किफायती तरीके से बुनियादी बचत और जमा खाता, धन-प्रेषण, लोन, बीमा और पेंशन जैसी वित्तीय सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना है. 2014 में शुरू की गई इस योजना ने सफलतापूर्वक 53.1 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले हैं, जिनमें 2.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक जमा हुए हैं. उल्लेखनीय रूप से, लगभग 30 करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं, जो समुदायों को सशक्त बनाने पर इस योजना के प्रभाव को दिखाता है.

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि आज हम एक महत्वपूर्ण अवसर मना रहे हैं- #10YearsOfJanDhan...जन धन योजना वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और करोड़ों लोगों, विशेषकर महिलाओं, युवाओं और हाशिए के समुदायों को सम्मान देने में सर्वोपरि रही है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इस योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज हम एक महत्वपूर्ण अवसर मना रहे हैं.. #10YearsOfJanDhan...सभी लाभार्थियों को बधाई और इस योजना को सफल बनाने के लिए काम करने वाले सभी लोगों को बधाई.

जनधन योजना के बारे में
2014 में तत्कालीन एनडीए सरकार ने करोड़ों भारतीयों को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में लाने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी. 14 अगस्त, 2024 तक, इसके 53.1 करोड़ से ज्यादा लाभार्थी थे और कुल जमा राशि 2.3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा थी. इनमें से लगभग तीस करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं.

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नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के दस वर्ष पूरे हो गए है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह वित्तीय समावेशन का राष्ट्रीय मिशन है. इसका उद्देश्य किफायती तरीके से बुनियादी बचत और जमा खाता, धन-प्रेषण, लोन, बीमा और पेंशन जैसी वित्तीय सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना है. 2014 में शुरू की गई इस योजना ने सफलतापूर्वक 53.1 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले हैं, जिनमें 2.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक जमा हुए हैं. उल्लेखनीय रूप से, लगभग 30 करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं, जो समुदायों को सशक्त बनाने पर इस योजना के प्रभाव को दिखाता है.

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि आज हम एक महत्वपूर्ण अवसर मना रहे हैं- #10YearsOfJanDhan...जन धन योजना वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और करोड़ों लोगों, विशेषकर महिलाओं, युवाओं और हाशिए के समुदायों को सम्मान देने में सर्वोपरि रही है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इस योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज हम एक महत्वपूर्ण अवसर मना रहे हैं.. #10YearsOfJanDhan...सभी लाभार्थियों को बधाई और इस योजना को सफल बनाने के लिए काम करने वाले सभी लोगों को बधाई.

जनधन योजना के बारे में
2014 में तत्कालीन एनडीए सरकार ने करोड़ों भारतीयों को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में लाने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी. 14 अगस्त, 2024 तक, इसके 53.1 करोड़ से ज्यादा लाभार्थी थे और कुल जमा राशि 2.3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा थी. इनमें से लगभग तीस करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं.

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