नई दिल्ली: भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने 2024 के आगामी आम चुनावों के लिए निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कई बातों को बताया है. सीईसी ने कहा कि चुनाव के बीच बैंक रोजाना संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्ट भेजेंगे. ताकि पैसे का प्रभाव पर अंकुश लगाया जा सके. इसके साथ ही सीईसी ने बताया कि बैंक देखेंगे कि करेंसी चेस्ट में भारी मांग है या नहीं. इसके साथ ही एनपीसीआई यह देखेगा कि क्या वॉलेट के जरिए भुगतान में अधिक मांग है. हम सभी वॉलेट लेनदेन पर नजर रखेंगे.
मनी पावर के खिलाफ आयोग ने उठया कदम
चुनाव आयुक्त ने कहा कि मनी पावर के प्रभाव को रोकने और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग के कदमों का हिस्सा है. आगे राजीव कुमार ने कहा कि हम जानते हैं कि विभिन्न राज्यों में अलग-अलग कमजोरियां हैं. इसलिए हमारे समाधान भी अलग है. एनपीसीआई, जीएसटी, बैंक जैसी अधिकार प्राप्त एजेंसियां और संस्थाएं संदिग्ध लेनदेन को ट्रैक करेंगी.
इसके साथ ही सीईसी ने कहा कि अनुचित कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए, प्रवर्तन एजेंसियां चुनाव के दौरान शराब, नकदी, मुफ्त, नशीली दवाओं के प्रवाह और वितरण को रोकने के अलावा गैंगस्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगी.
ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर पर भी नजर
अवैध ऑनलाइन नकद ट्रांसफर पर कड़ी निगरानी रखने के अलावा संवेदनशील वस्तुओं और मुफ्त वस्तुओं के अवैध वितरण को बाधित करने का प्रयास किया जाएगा. इसके अलावा, सूर्यास्त के बाद बैंक वाहनों में नकदी की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी.
इसके साथ ही आपको बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने दो नए चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ कहा कि हम पूरी तरह से तैयार हैं और मैं मतदाताओं से मतदान करने का अनुरोध करता हूं. कुमार ने कहा कि यह हम सभी के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है.
आयोग ने अबतक 17 लोकसभा चुनाव कराए
इसके साथ ही चुनाव आयुक्त ने बताया कि हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं, 1.5 करोड़ कर्मियों द्वारा संचालित 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र और 55 लाख ईवीएम हैं. आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने बताया कि अबतक आयोग ने 17 लोकसभा चुनाव कराए है. इसके साथ ही 16 राष्ट्रपति चुनाव और 400 से अधिक विधानसभा चुनाव कराए हैं. सीईसी ने कहा कि 97.8 करोड़ पात्र मतदाता हैं जिनमें से 49.72 करोड़ पुरुष मतदाता और 47.1 करोड़ महिला मतदाता हैं.