रौता: उदलगुरी जिले के मजबत टाऊन में एक महिला की हत्या ने झकझोर कर रख दिया है. आधुनिकता के इस दौर में लोग भी अंधविश्वास का शिकार कैसे हो सकते हैं. इसका उदाहरण मजबत के लामाबारी टिकरीटोला वन ग्राम नंबर 2 रूपजुली की हत्या ने साबित कर दिया है.
बताया जाता है कि मजबत पुलिस स्टेशन के अंतर्गत लामाबारी टिकरीटोला वन ग्राम नंबर 2 रूपजुली की एक 55 वर्षीय महिला की शनिवार की रात उसी गांव के रहने वाले दो लोगों ने कथित तौर पर बेरहमी से हत्या कर दी. आरोपियों की पहचान बेडेम्सा बसुमतारी (19) और अंचुला बसुमतारी (21) के रूप में हुई है. दोनों आरोपियों ने महिला के 60 वर्षीय पति को भी मारने की कोशिश की. हालांकि, हमले में महिला के पति की जान तो बच गई लेकिन उसे गंभीर चोटें आईं.
उदलगुरी जिले के पुलिस अधीक्षक और मजबत पुलिस बाद में मौके पर पहुंची. उन्होंने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए उदलगुरी सिविल अस्पताल भेज दिया. गंभीर रूप से घायल पति को बदहवास हालत में तेजपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया. इस बीच, महिला के घायल पति की गवाही के आधार पर, हत्या में शामिल होने के संदेह में नंबर 2 रूपजुली गांव के बेडेम्सा बसुमतारी और अंचुला बसुमतारी को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया.
मजबत पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया. स्थानीय लोगों ने महिला पर डायन होने का आरोप लगाया. इस बीच, ऑल आदिवासी स्टूडेंट्स एसोसिएशन ऑफ असम (AASAA) इस घटना को लेकर मुखर है. वहीं एएएसएए की उदलगुरी जिला समिति ने डायन होने के संदेह में एक निर्दोष महिला की बेरहमी से हत्या करने वाले दोनों हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है.
पढ़ें: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम के सिलचर में किया रोड शो