मांड्या (कर्नाटक): पुलिस ने गुरुवार को बताया कि 19 मार्च की रात को एक भयानक अपराध में एक महिला और उसकी नवजात पोती की हत्या कर दी गई थी, और उनके कटे हुए शरीर के हिस्सों को मांड्या क्षेत्र में बेलुरु पुलिस स्टेशन की सीमा के नीचे एक झील में फेंक दिया गया था. पीड़ितों की पहचान चिक्कमगलुरु जिले के कालकेरे गांव की रहने वाली जयम्मा (46) की ढाई साल की पोती ऋषिका के रूप में हुई है.
पुलिस ने बताया कि जयम्मा ने 12 मार्च को अपनी पोती के साथ अपने घर से अपने परिवार को यह बताकर कि निकली थी कि वह मांड्या क्षेत्र में आदिचुंचनगिरी के पास एक व्यक्ति से मिलने जा रही है, जिसे उसने पैसे उधार दिए थे. जयम्मा ने कहा कि पैसे वापस मिलने के बाद वह घर वापस चली जाएंगी. हालांकि, जब वह 18 मार्च तक घर नहीं आईं और उनका सेलफोन भी बंद पाया गया, तब उनके बेटे प्रवीण ने अज्जमपुरा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
18 मार्च की दोपहर को प्रवीण के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन कर कहा कि उसने जयम्मा और ऋषिका की हत्या करने के बाद उसका मोबाइल फोन बंद कर दिया है. उन्होंने उनके शरीर के अंगों को एक बैग में बांधकर आदिचुंचनगिरी कल्याणी (झील) के पास झील में फेंक दिया गया है. इसके बाद प्रवीण पुलिस की मदद से झील तक पहुंचा. काफी छानबीन के बाद दोनों के शव एक बैग में क्षत-विक्षत हालत में मिले.
दोनों शव मिलने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक एन यतीश, सहायक पुलिस अधीक्षक थिमैया और सर्कल इंस्पेक्टर (सीआई) बीआर गौड़ा हरकत में आए और गहन निरीक्षण किया. आदिचुंचनगिरी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया है. बेल्लूर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरु कर दिया है.
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