अहमदनगर: अकोला जिले के एक ग्रामीण क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की घोर कमी है. बीते दिनों एक बुजुर्ग मरीज को चादर से स्ट्रेचर बनाकर इसमें लादकर अस्पताल तक पहुंचाया गया. अकोला जिले के वाकी के कलांबा वस्ती इलाके में पिछले दिनों पीड़ा दायक घटना घटी. बताया जाता है कि यहां करीब 15 परिवार रहते हैं. इस बस्ती तक पहुंचने के लिए उचित सड़क नहीं है.
जानकारी के अनुसार कलांबा वस्ती के रहने वाले नाथू कालू सागभोर मंगलवार को बीमार पड़े. उन्हें पैरालिसिस का दौरा पड़ा. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आई लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है. वहीं, इलाके में एम्बुलेंस सुविधा का अभाव है. परिजनों ने थक हारकर चादर का एक स्ट्रेचर बनाया. इसमें उन्हें बैठा दिया और कंधे के सहारे इसे उठाकर ले गए. परिवार के सदस्यों में शामिल गीताबाई सागभोर, जलंदर सागभोर, दत्तू सागभोर, अक्षय सागभोर ने बड़ी मुुश्किल से उन्हें नजदीकी चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाया.
लोगों का कहना है कि करीब 300 मीटर तक उन्हें इस तरह से कपड़े से बने स्ट्रेचर में बैठाकर ले जाया गया. लोगों का कहना है कि अकोले तालुका में विकास कार्य चल रहा है लेकिन आदिवासी नागरिकों के घरों तक पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है. मरीज को पुणतांबा के आशा केंद्र में भर्ती कराया गया. आदिवासी इलाकों में सड़कों की समस्या है. यहां से कोई गाड़ी नहीं गुजर सकती.
लोगों का कहना है कि नाथू कालू सागभोर का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है. अकोले तालुका के वाकी इलाके में 15 परिवार रहते हैं. पहले इस बस्ती से एक बैलगाड़ी आसानी से गुजर जाती थी. यहां तक पहुंचने के लिए अब उचित सड़क उपलब्ध नहीं है. इससे आदिवासी ग्रामीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.