ETV Bharat / bharat

हम क्या 'लॉलीपॉप' खाएंगे? ममता बनर्जी ने बांग्लादेशी नेताओं पर कसा तंज, लोगों से की बड़ी अपील - MAMATA BANERJEE

सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल वर्तमान बांग्लादेश मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन करेगा.

ममता बनर्जी
ममता बनर्जी (ANI)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 9, 2024, 6:48 PM IST

Updated : Dec 9, 2024, 7:39 PM IST

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज बांग्लादेश में चल रहे हालात और धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों की कथित घटनाओं पर दुख जताया. ममता ने राज्य विधानसभा में कहा, "हिंदू दंगे नहीं करते, न ही मुसलमान. दंगे असामाजिक तत्वों का काम होते हैं."

ममता बनर्जी ने राज्य की स्थिति पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, "कोई कह रहा है कि वे सीमा पार करके बंगाल, बिहार, ओडिशा पर कब्जा कर सकता है. मैं उनसे कहना चाहती हूं कि सुरक्षित और स्वस्थ रहें. किसी को भी इस तरह का अधिकार नहीं है. अगर कोई सीमा पार करके बंगाल या बिहार पर कब्जा करने की कोशिश करना चाहता है, तो क्या हम लॉलीपॉप खाएंगे?"

पश्चिम बंगाल विधानसभा में बोलते हुए ममता बनर्जी ने लोगों से शांत रहने और बांग्लादेश के भड़काऊ बयानों पर प्रतिक्रिया न करने का आग्रह किया. बंगाल की सीएम ने आश्वस्त किया कि राज्य भारत सरकार द्वारा लिए गए हर फैसले का समर्थन करेगा. भड़काऊ दावों का मजाक उड़ाते हुए, ममता बनर्जी ने शांति और एकता की आवश्यकता पर जोर दिया, और कहा कि शांत रहें, हेल्दी रहें और मन शांति बनाए रखें."

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की टिप्पणी का जवाब
उनकी यह टिप्पणी ढाका में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के एक नेता के बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत के कुछ हिस्सों पर देश के कथित दावे पर जोर दिया. बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के इमामों ने भी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर की गई टिप्पणियों और हाल ही में हुए हमलों की निंदा की है, जिससे विभाजनकारी बयानबाजी के खिलाफ राज्य की एकजुटता मजबूत हुई है.

साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल में तनाव को रोकने के लिए मिलकर काम करने का भी आग्रह किया, ममता नेइस बात पर जोर दिया कि राज्य धार्मिक और सांप्रदायिक सीमाओं से परे बांग्लादेश की स्थिति के खिलाफ सामूहिक विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे रहा है.

'रगों में एक ही खून बहता है'
उन्होंने बंगाल विधानसभा में कहा, "हिंदुओं और मुसलमानों और सभी अन्य समुदायों की रगों में एक ही खून बहता है. हमें यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए कि पश्चिम बंगाल में स्थिति को और खराब करने के लिए कुछ भी न किया जाए."

मुख्यमंत्री ने कहा, "पश्चिम बंगाल देश का पहला राज्य है, जहां जाति, पंथ या समुदाय से परे लोगों ने बांग्लादेश की स्थिति के खिलाफ सामूहिक विरोध प्रदर्शन किया." तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों समेत सभी से ऐसा कुछ भी न करने को कहा जिससे स्थिति और बिगड़े. उन्होंने मीडिया घरानों से भी पड़ोसी देश की स्थिति पर टिप्पणी करते समय जिम्मेदारी से काम करने का आग्रह किया.

विदेश सचिव विक्रम मिस्री बांग्लादेश में
इस बीच विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को अपने बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीम उद्दीन के साथ बातचीत की, जो अगस्त में प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटाए जाने के बाद से तनावपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों के बीच है.

यह भी पढ़ें- बांग्लादेश में विक्रम मिस्री की दो टूक...अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का भी उठाया मुद्दा

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज बांग्लादेश में चल रहे हालात और धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों की कथित घटनाओं पर दुख जताया. ममता ने राज्य विधानसभा में कहा, "हिंदू दंगे नहीं करते, न ही मुसलमान. दंगे असामाजिक तत्वों का काम होते हैं."

ममता बनर्जी ने राज्य की स्थिति पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, "कोई कह रहा है कि वे सीमा पार करके बंगाल, बिहार, ओडिशा पर कब्जा कर सकता है. मैं उनसे कहना चाहती हूं कि सुरक्षित और स्वस्थ रहें. किसी को भी इस तरह का अधिकार नहीं है. अगर कोई सीमा पार करके बंगाल या बिहार पर कब्जा करने की कोशिश करना चाहता है, तो क्या हम लॉलीपॉप खाएंगे?"

पश्चिम बंगाल विधानसभा में बोलते हुए ममता बनर्जी ने लोगों से शांत रहने और बांग्लादेश के भड़काऊ बयानों पर प्रतिक्रिया न करने का आग्रह किया. बंगाल की सीएम ने आश्वस्त किया कि राज्य भारत सरकार द्वारा लिए गए हर फैसले का समर्थन करेगा. भड़काऊ दावों का मजाक उड़ाते हुए, ममता बनर्जी ने शांति और एकता की आवश्यकता पर जोर दिया, और कहा कि शांत रहें, हेल्दी रहें और मन शांति बनाए रखें."

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की टिप्पणी का जवाब
उनकी यह टिप्पणी ढाका में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के एक नेता के बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत के कुछ हिस्सों पर देश के कथित दावे पर जोर दिया. बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के इमामों ने भी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर की गई टिप्पणियों और हाल ही में हुए हमलों की निंदा की है, जिससे विभाजनकारी बयानबाजी के खिलाफ राज्य की एकजुटता मजबूत हुई है.

साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल में तनाव को रोकने के लिए मिलकर काम करने का भी आग्रह किया, ममता नेइस बात पर जोर दिया कि राज्य धार्मिक और सांप्रदायिक सीमाओं से परे बांग्लादेश की स्थिति के खिलाफ सामूहिक विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे रहा है.

'रगों में एक ही खून बहता है'
उन्होंने बंगाल विधानसभा में कहा, "हिंदुओं और मुसलमानों और सभी अन्य समुदायों की रगों में एक ही खून बहता है. हमें यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए कि पश्चिम बंगाल में स्थिति को और खराब करने के लिए कुछ भी न किया जाए."

मुख्यमंत्री ने कहा, "पश्चिम बंगाल देश का पहला राज्य है, जहां जाति, पंथ या समुदाय से परे लोगों ने बांग्लादेश की स्थिति के खिलाफ सामूहिक विरोध प्रदर्शन किया." तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों समेत सभी से ऐसा कुछ भी न करने को कहा जिससे स्थिति और बिगड़े. उन्होंने मीडिया घरानों से भी पड़ोसी देश की स्थिति पर टिप्पणी करते समय जिम्मेदारी से काम करने का आग्रह किया.

विदेश सचिव विक्रम मिस्री बांग्लादेश में
इस बीच विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को अपने बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीम उद्दीन के साथ बातचीत की, जो अगस्त में प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटाए जाने के बाद से तनावपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों के बीच है.

यह भी पढ़ें- बांग्लादेश में विक्रम मिस्री की दो टूक...अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का भी उठाया मुद्दा

Last Updated : Dec 9, 2024, 7:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.