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कौन हैं मोहम्मद अल-बशीर? बशर के सत्ता से जाने के बाद बने सीरिया के कार्यवाहक प्रधानमंत्री - MOHAMMAD AL BASHIR

मोहम्मद अल बशीर जनवरी से विद्रोही प्रशासन की स्वयंभू साल्वेशन सरकार के प्रमुख के रूप में कार्य कर रहे थे.

मोहम्मद अल-बशीर
मोहम्मद अल-बशीर (AFP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 11, 2024, 3:20 PM IST

दमिश्क: सीरिया में तख्तापलट के बाद मोहम्मद अल-बशीर देश के अंतरिम प्रधानमंत्री बन गए हैं. मोहम्मद अल-बशीर को विद्रोही समर्थक नेता के रूप में जाना जाता है. उन्होंने मंगलवार घोषणा कि वो पूर्व विद्रोहियों के समर्थन से कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में देश की कमान संभालेंगे.

बशीर ने इंजीनियरिंग ग्रेजुएशन किया है. वह 13 साल के युद्ध से विभाजित और त्रस्त देश की अध्यक्षता करेंगे. बशीर का जन्म 1983 में इदलिब प्रांत के जबल अल-जाविया में हुआ था, जो हाल के वर्षों में ज़्यादातर इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) और कम प्रभाव वाले सहयोगी गुटों द्वारा चलाया जाने वाला क्षेत्र है.

अलेप्पो विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की
उन्होंने अलेप्पो विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग और इदलिब विश्वविद्यालय में इस्लामिक और नागरिक कानून का अध्ययन किया. उन्होंने सीरिया की सरकारी गैस कंपनी के लिए भी काम किया. जनवरी से ही वे विद्रोही प्रशासन की स्वयंभू 'साल्वेशन सरकार' के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे और इससे पहले वे इसके 'विकास मंत्री' भी रहे थे.

इदलिब में 'साल्वेशन सरकार' की स्थापना की
सरकारी सेवाओं से कटे हुए विद्रोही-कब्जे वाले क्षेत्र में लोगों की सहायता के लिए 2017 में इदलिब में 'साल्वेशन सरकार' की स्थापना की थी, जिसके अपने मंत्रालय, विभाग, न्यायिक और सुरक्षा प्राधिकरण हैं. विद्रोहियों ने सबसे पहले सीरिया के अलेप्पो में सहायता पहुंचाना शुरू कर दिया , जो विद्रोहियों द्वारा 27 नवंबर को शुरू किए गए तेज आक्रमण के बाद सरकार के हाथों से छूटने वाला पहला प्रमुख शहर बन. इसके बाद विद्रोहियों ने कई अन्य इलाकों पर कब्जा कर लिया और रविवार को राजधानी पर कब्जा कर लिया, जिससे असद की सरकार गिर गई.

सीरियाई विद्रोही नेता अबू मोहम्मद अल-जोलानी ने निवर्तमान प्रधानमंत्री मोहम्मद अल-जलाली से कहा कि हालांकि इदलिब छोटा है और इसमें संसाधनों की कमी है, लेकिन वहां के अधिकारियों के पास बहुत उच्च स्तर का अनुभव है और कुछ मुद्दों पर उन्हें बड़ी सफलता मिली है.

हालांकि, उन्होंने कहा कि नई सरकार को निवर्तमान प्रशासन से अनुभवी लोगों को भी शामिल करने की आवश्यकता होगी. इदलिब क्षेत्र के बाहर अपनी पहली उपस्थिति में बशीर को सोमवार को जारी एक वीडियो में देखा गया, जो निवर्तमान प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान जोलानी के बगल में बैठे, एक स्मार्ट ग्रे सूट और एक सुनहरी घड़ी पहने हुए.

यह भी पढ़ें- क्या है बर्थराइट सिटिजनशिप? जिसे खत्म करने की योजना बना रहे हैं डोनाल्ड ट्रंप, लाखों भारतीयों पर पड़ेगा प्रभाव

दमिश्क: सीरिया में तख्तापलट के बाद मोहम्मद अल-बशीर देश के अंतरिम प्रधानमंत्री बन गए हैं. मोहम्मद अल-बशीर को विद्रोही समर्थक नेता के रूप में जाना जाता है. उन्होंने मंगलवार घोषणा कि वो पूर्व विद्रोहियों के समर्थन से कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में देश की कमान संभालेंगे.

बशीर ने इंजीनियरिंग ग्रेजुएशन किया है. वह 13 साल के युद्ध से विभाजित और त्रस्त देश की अध्यक्षता करेंगे. बशीर का जन्म 1983 में इदलिब प्रांत के जबल अल-जाविया में हुआ था, जो हाल के वर्षों में ज़्यादातर इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) और कम प्रभाव वाले सहयोगी गुटों द्वारा चलाया जाने वाला क्षेत्र है.

अलेप्पो विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की
उन्होंने अलेप्पो विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग और इदलिब विश्वविद्यालय में इस्लामिक और नागरिक कानून का अध्ययन किया. उन्होंने सीरिया की सरकारी गैस कंपनी के लिए भी काम किया. जनवरी से ही वे विद्रोही प्रशासन की स्वयंभू 'साल्वेशन सरकार' के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे और इससे पहले वे इसके 'विकास मंत्री' भी रहे थे.

इदलिब में 'साल्वेशन सरकार' की स्थापना की
सरकारी सेवाओं से कटे हुए विद्रोही-कब्जे वाले क्षेत्र में लोगों की सहायता के लिए 2017 में इदलिब में 'साल्वेशन सरकार' की स्थापना की थी, जिसके अपने मंत्रालय, विभाग, न्यायिक और सुरक्षा प्राधिकरण हैं. विद्रोहियों ने सबसे पहले सीरिया के अलेप्पो में सहायता पहुंचाना शुरू कर दिया , जो विद्रोहियों द्वारा 27 नवंबर को शुरू किए गए तेज आक्रमण के बाद सरकार के हाथों से छूटने वाला पहला प्रमुख शहर बन. इसके बाद विद्रोहियों ने कई अन्य इलाकों पर कब्जा कर लिया और रविवार को राजधानी पर कब्जा कर लिया, जिससे असद की सरकार गिर गई.

सीरियाई विद्रोही नेता अबू मोहम्मद अल-जोलानी ने निवर्तमान प्रधानमंत्री मोहम्मद अल-जलाली से कहा कि हालांकि इदलिब छोटा है और इसमें संसाधनों की कमी है, लेकिन वहां के अधिकारियों के पास बहुत उच्च स्तर का अनुभव है और कुछ मुद्दों पर उन्हें बड़ी सफलता मिली है.

हालांकि, उन्होंने कहा कि नई सरकार को निवर्तमान प्रशासन से अनुभवी लोगों को भी शामिल करने की आवश्यकता होगी. इदलिब क्षेत्र के बाहर अपनी पहली उपस्थिति में बशीर को सोमवार को जारी एक वीडियो में देखा गया, जो निवर्तमान प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान जोलानी के बगल में बैठे, एक स्मार्ट ग्रे सूट और एक सुनहरी घड़ी पहने हुए.

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