गया : बिहार को कई दूसरे राज्यों में कटाक्ष भरी निगाहों से देखा जाता है. बिहार की जो धारणा ऑनलाइन या मीडिया में दिखाई जाती है, उससे जमीनी स्तर पर बहुत कुछ अलग है. बिहार में काफी कुछ बेहतर है. यह हमारा 'द बिहार परिवार' है. कुछ ऐसे ही बात बिहार के गया में पिंडदान करने आए तमिलनाडु के दंपती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है. इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी भावना को कागजों पर लिखकर सर्टिफिकेट के रूप में दिया.
सेवा से हैरान हुए दंपती : दरअसल बिहार के गया में जो सेवा भावना इस दंपती को मिली, उससे ये बेहद आश्चर्यचकित थे क्योंकि इन्होंने बिहार के बारे में जो सुना था, ऐसा कहीं नहीं दिखा. सेवा भावना ऐसी मिली, कि तमिलनाडु के दंपती ने अपने दिल की बात रखते हुए बिहार को 'द बिहार परिवार' लिखा.
A nonagenarian couple from Tamilnadu traveling solo in Bihar. They wanted to thank the staff and volunteers with a hand written note.
— The Bihar Parivar (@TheBiharParivar) September 24, 2024
The happiness on their face says it all. The perception of Bihar is so different on the ground from what is portrayed online or by media. pic.twitter.com/UM3wAwffSP
तमिलनाडु से पिंडदान करने आए थे दंपती : जानकारी के अनुसार तमिलनाडु से पति-पत्नी अपने पूर्वजों का पिंडदान करने आए थे. पितृ पक्ष मेले में काफी भीड़ थी. भीड़ में ही तमिलनाडु के दंपती पिंडदान का कर्मकांड कर रहे थे. इस बीच दंपती में से अचानक पति का बीपी लो हो गया. दर्द की शिकायत होने लगी. उनकी हालत खराब हुई. किंतु उनकी हालत खराब हुई, तो उनके दर्द को हरने वाले कई लोग आगे आगे आ गए. पलक झपकते ही चिकित्सा शिविर की टीम के सदस्य इनके पास आ चुके थे.
बीमार से तुरंत कर दिया चंगा : तमिलनाडु के व्यक्ति जब बीमार पड़े, तो उन्हें कई तरह से परेशानियां नजर आने लगी, लेकिन तमिलनाडु के उस बीमार व्यक्ति को पितृ पक्ष मेले में लगी चिकित्सकों की टीम ने एक परिवार से भी बढ़कर सेवा दी. चिकित्सकों की टीम ने हौसला अफजाई करते हुए तमिलनाडु के उस व्यक्ति का इलाज किया. परिवार जैसी सेवा दी, जिसका नतीजा था, कि चंद मिनट में ही तमिलनाडु का बीमार व्यक्ति चंगा हो गया. वहीं, अपने पति को तुरंत चंगा देख, पत्नी ए रामा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. पति-पत्नी दोनों इस कदर खुश हुए कि मौके पर ही उन्होंने चिकित्सा शिविर की टीम के सदस्यों को धन्यवाद और बधाई देनी शुरू कर दी. काफी प्रशंसा भी कर रहे थे.
'लिखकर जाएंगे कि बिहार परिवार : तमिलनाडु के दंपती इतने खुश थे, कि उन्होंने चिकित्सा शिविर के टीम के अधिकारी से कहा कि वह लिखकर जाएगें कि बिहार हमारा परिवार है. यह हमारा तमिलनाडु की ओर से एक सर्टिफिकेट समझे या प्रशंसा पत्र. इसके बाद दंपति ने एक कागज निकलवाया. तमिलनाडु के व्यक्ति की पत्नी ने उसपर लिखना शुरू कर दिया. गया प्रशासन के नाम से प्रशंसा पत्र लिखा, जिसमें तमिलनाडु की रही महिला ए रामा द्वारा लिखा गया कि-
''मेरे पति अचानक बीमार पड़ गए थे. मंदिर परिसर में वह बीमार हुए थे. अचानक उनके बीमार होने से मैं भी परेशान थी. किंतु उन्हें चिकित्सकों के द्वारा तुरंत इलाज किया गया. ऐसी सेवा दी गई जो परिवार ही करता है. गया के प्रशासन की टीम प्रशंसा की योग्य है.''- ए रामा, श्रद्धालु, तमिलनाडु
'डॉक्टरों की टीम को धन्यवाद' : ए रामा के नाम से लिखे प्रशंसा पत्र को चिकित्सा करने वाली टीम को दिया गया. वहीं, तमिलनाडु के दंपति बार-बार चिकित्सकों की टीम को न सिर्फ धन्यवाद कर रहे थे, बल्कि बधाई भी दे रहे थे. बिहार के सीएम और गया जिला प्रशासन के प्रति भी आभार प्रकट कर रहे थे.
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