नई दिल्ली: भारत और तुर्की के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध बने हुए हैं. इस बीच भारत में तुर्की के राजदूत फिरात सुनेल ने नई दिल्ली के साथ संबंधों को सुधारने का आह्वान किया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि तुर्की-भारत के बीच द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंध बहुत अच्छे हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं.
फिरात ने भारत की अध्यक्षता में पिछले साल दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में तुर्की के नेताओं की भागीदारी को याद किया और कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान तुर्की के लगभग एक दर्जन मंत्रियों और उपमंत्रियों ने भाग लिया. हम भारत के साथ सकारात्मक सहयोग के लिए सभी अवसरों का इस्तेमाल करते हैं. हम अपना पूरा ध्यान सकारात्मक एजेंडे पर केंद्रित कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कुछ वर्षों में भारत और तुर्की के बीच रिश्ते काफी खराब हुए हैं. इसकी वजह तुर्की का कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करना है. पाकिस्तान की स्थिति का समर्थन करते हुए तुर्की ने भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का विरोध किया था. 2019 में तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयिब एर्दोगान ने कश्मीर मुद्दे को तूल देने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा था कि कश्मीर मुद्दे को सात दशकों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का पर्याप्त ध्यान नहीं मिला है. तुर्की संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भी कश्मीर मुद्दा उठा चुका है.
हालांकि, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने पिछले साल सितंबर में नई दिल्ली आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था. जी-20 सम्मेलन से इतर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में व्यापार संबंधों और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की थी.
फिरात सुनेल ने मंगलवार को नई दिल्ली में आईसीसीआर (भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद) के 75वें स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया. इस दौरान भारत और तुर्की के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों की संस्कृति में कई समानताएं हैं. उन्होंने बताया कि भारत और तुर्की के बीच आखिरी सहयोग इस साल फरवरी में केरल साहित्य महोत्सव के दौरान हुआ था. केरल में तुर्की को सम्मानित अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया था. उन्होंने भारतीय संस्कृति और आईसीसीआर के योगदान की सराहना की.
बता दें कि इंडिगो और टर्किश एयरलाइंस साझेदारी में भारत से 14 दैनिक उड़ानें संचालित करती हैं, जिनमें दिल्ली और मुंबई से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, इस्तांबुल के अलावा अंताल्या और कप्पाडोसिया भारतीय यात्रियों के लिए शीर्ष गंतव्य हैं.
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