ETV Bharat / bharat

वाराणसी एयरपोर्ट पर बढ़ेंगी इंटरनेशनल सुविधाएं, नया रनवे बनेगा, नए लुक में होगी बिल्डिंग; 2870 करोड़ रुपए मंजूर - Lal Bahadur Shastri Airport

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 20, 2024, 8:05 AM IST

Updated : Jun 20, 2024, 10:01 AM IST

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट विकसित (Lal Bahadur Shastri Airport) करने के लिए मंजूरी दे दी गई है. इस हवाई अड्डे का 2870 करोड़ रुपए से विस्तार किया जाएगा.

Etv Bharat
Etv Bharat (Etv Bharat)


वाराणसी : लंबे वक्त से वाराणसी एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर चल रहे प्रयासों को आखिरकार आज फाइनल टच मिल ही गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बुधवार को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट विकसित करने के लिए मंजूरी दे दी गई है. जिसके बाद अब यहां पर इंटरनेशनल लेवल की सुविधाओं को डेवलप करते हुए नए रनवे के साथ पूरी बिल्डिंग को नया स्वरूप और विस्तारीकरण की बड़ी सौगात मिलेगी. पीएम नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र में इस हवाई अड्डे का 2870 करोड़ रुपए से विस्तार किया जाएगा.

पीआईबी की तरफ से बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को विकसित करने के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. जिसमें नए टर्मिनल भवन, एप्रन एक्सटेंशन, रनवे एक्सटेंशन, समानांतर टैक्सी ट्रैक और संबद्ध कार्यों का निर्माण करना भी शामिल हैं.

हवाई अड्डे पर यात्री प्रबंधन क्षमता को मौजूदा 3.9 एमपीपीए से बढ़ाकर 9.9 मिलियन यात्री प्रति वर्ष (एमपीपीए) करने पर अनुमानित वित्तीय व्यय 2869.65 करोड़ रुपये का होगा. 75,000 वर्ग मीटर में फैली नई टर्मिनल बिल्डिंग को 6 एमपीपीए की क्षमता और 5000 पीक ऑवर यात्रियों (पीएचपी) के उचित प्रबंधन के लिए डिजाइन किया गया है. इसे शहर की विशाल सांस्कृतिक धरोहर की झलक दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है.

इस प्रस्ताव में रनवे को 4075 मीटर x 45 मीटर तक विस्तारित करना और 20 विमानों को पार्क करने के लिए एक नए एप्रन का निर्माण करना शामिल है. वाराणसी हवाई अड्डे को हरित हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसका मुख्‍य उद्देश्य ऊर्जा अनुकूलन, अपशिष्ट के पुनर्चक्रण, कार्बन उत्सर्जन में कमी, सौर ऊर्जा का उपयोग तथा दिन के प्राकृतिक प्रकाश को शामिल करके पर्यावरणीय निरंतरता सुनिश्चित करना है. इसके साथ ही योजना, विकास और परिचालन के समस्‍त चरणों में अन्य टिकाऊ या सतत उपाय भी किए जाएंगे.

यह भी पढ़ें : विमान के उड़ान भरते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी को आया महिला का फोन, बोली- फ्लाइट में बम, मेरे पति की जान बचा लीजिए - bomb alert on plane

यह भी पढ़ें : वाराणसी एयरपोर्ट के 20 KM के दायरे में बिना एनओसी नहीं हो सकेगा निर्माण, मकान-प्लॉट मालिकों की बढ़ेंगी मुश्किलें - VARANASI Airport


वाराणसी : लंबे वक्त से वाराणसी एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर चल रहे प्रयासों को आखिरकार आज फाइनल टच मिल ही गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बुधवार को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट विकसित करने के लिए मंजूरी दे दी गई है. जिसके बाद अब यहां पर इंटरनेशनल लेवल की सुविधाओं को डेवलप करते हुए नए रनवे के साथ पूरी बिल्डिंग को नया स्वरूप और विस्तारीकरण की बड़ी सौगात मिलेगी. पीएम नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र में इस हवाई अड्डे का 2870 करोड़ रुपए से विस्तार किया जाएगा.

पीआईबी की तरफ से बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को विकसित करने के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. जिसमें नए टर्मिनल भवन, एप्रन एक्सटेंशन, रनवे एक्सटेंशन, समानांतर टैक्सी ट्रैक और संबद्ध कार्यों का निर्माण करना भी शामिल हैं.

हवाई अड्डे पर यात्री प्रबंधन क्षमता को मौजूदा 3.9 एमपीपीए से बढ़ाकर 9.9 मिलियन यात्री प्रति वर्ष (एमपीपीए) करने पर अनुमानित वित्तीय व्यय 2869.65 करोड़ रुपये का होगा. 75,000 वर्ग मीटर में फैली नई टर्मिनल बिल्डिंग को 6 एमपीपीए की क्षमता और 5000 पीक ऑवर यात्रियों (पीएचपी) के उचित प्रबंधन के लिए डिजाइन किया गया है. इसे शहर की विशाल सांस्कृतिक धरोहर की झलक दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है.

इस प्रस्ताव में रनवे को 4075 मीटर x 45 मीटर तक विस्तारित करना और 20 विमानों को पार्क करने के लिए एक नए एप्रन का निर्माण करना शामिल है. वाराणसी हवाई अड्डे को हरित हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसका मुख्‍य उद्देश्य ऊर्जा अनुकूलन, अपशिष्ट के पुनर्चक्रण, कार्बन उत्सर्जन में कमी, सौर ऊर्जा का उपयोग तथा दिन के प्राकृतिक प्रकाश को शामिल करके पर्यावरणीय निरंतरता सुनिश्चित करना है. इसके साथ ही योजना, विकास और परिचालन के समस्‍त चरणों में अन्य टिकाऊ या सतत उपाय भी किए जाएंगे.

यह भी पढ़ें : विमान के उड़ान भरते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी को आया महिला का फोन, बोली- फ्लाइट में बम, मेरे पति की जान बचा लीजिए - bomb alert on plane

यह भी पढ़ें : वाराणसी एयरपोर्ट के 20 KM के दायरे में बिना एनओसी नहीं हो सकेगा निर्माण, मकान-प्लॉट मालिकों की बढ़ेंगी मुश्किलें - VARANASI Airport

Last Updated : Jun 20, 2024, 10:01 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.