लखनऊ: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती रद्द होने के बाद अब एसटीएफ ने कार्रवाई शुरू कर दी है. 18 फरवरी को दूसरी पाली में लखनऊ में परीक्षा दे रहे अमन को पेपर भेजने वाले बलिया के नीरज यादव को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया गया है. एसटीएफ अब उसके पूरे नेटवर्क को तलाशने में जुट गई है.
पेपर लीक मामले में UP STF के निशाने पर 27 लोग: एसटीएफ ने करीब 27 ऐसे लोगों की सूची तैयार की है, जो 17 और 18 फरवरी को हुए दूसरी पाली की परीक्षा के पेपर लीक मामले से जुड़े हैं. इसमें मोनू मलिक, कपिल भी शामिल हैं. इसके अलावा अन्य नाम भी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक के तार मथुरा और हरियाणा से जुड़े: यूपी एसटीएफ की अब तक की जांच में पेपर लीक के तार मथुरा, हरियाणा और उत्तराखंड से जुड़ते दिख रहे हैं. लिहाजा अब तक जिन लोगों की यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तारी की है, उनसे दोबारा पूछताछ की जा रही है. उनके नेटवर्क को खंगाला जा रहा है.
यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक के तार उत्तराखंड से जुड़े: इसके अलावा पेपर लीक होने के सभी पैटर्न को फिर से तैयार किया गया है. गाजियाबाद से गिरफ्तार महिला अभ्यर्थी को नकल कराने वाले गुरबचन के गैंग लीडर मोनू मालिक और कपिल की तलाश तेज की गई है. मोनू और कपिल पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पेपर लीक करने वाले गैंग के सरगना हैं.
योगी सरकार ने रद्द कर दी यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा: योगी सरकार ने अभ्यर्थियों के भारी विरोध और पेपर लीक के सबूत मिलने के बाद शनिवार को पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी. इसके बाद यूपी एसटीएफ को इस पूरे मामले की जांच कर दोषियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए थे.
यूपी पुलिस भर्ती में बैठे थे 48 लाख युवा: इसके अलावा अगले छह माह में दोबारा परीक्षा कराए जाने का अभ्यर्थियों को सरकार ने भरोसा दिया है. दरअसल, यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 23 दिसंबर 2023 को कांस्टेबल के 60244 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया का नोटिफिकेशन जारी किया था. जिसमें करीब 48 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. इस भर्ती की परीक्षा 17 व 18 फरवरी को दो पालियों में हुई थी. इन्ही दोनों दिनों में दूसरी पाली का पेपर लीक हुआ था.