खैरथल. जिले के कोटकासिम क्षेत्र के लाडपुर में आयोजित बाबा सोमनाथ मंदिर के कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को गांव में पहुंचे. योगी आदित्यनाथ ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि नेता हमेशा बांटने का प्रयास करते हैं, जो हमारे देश की अखंडता और एकता के लिए घातक है. उन्होंने कहा कि उन्हें संतों की इस तपोस्थली पर आने का सौभाग्य मिला है. भारत का सनातन धर्म एक महत्वपूर्ण पंथ है. संपूर्ण विश्व का मानना है कि सनातन धर्म ही भारत की आत्मा है. सनातन धर्म और भारत एक दूसरे के पूरक हैं.
सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा : उन्होंने कहा कि सनातन धर्म अपने आपको भारत के साथ जोड़कर चलता है. सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा. इस विश्वास के साथ लगातार पूज्य संतों की साधना और उनका स्मरण उनकी पूजा इसी अभियान का हिस्सा है. इसी अभियान के तहत सारे कार्यक्रम चल रहे हैं. नाथ संप्रदाय इसी कार्यक्रम के तहत आगे बढ़ रहा है. खेतानाथ महाराज ने अपना पूरा जीवन लोक कल्याणकारी योजनाओं के लिए समर्पित किया था और उन्हीं के शिष्य पूज्य संत महंत सोमनाथ महाराज का भी पूरा जीवन इसी कल्याण के लिए समर्थन था और आज महंत दीपक नाथ ने अपने गुरुदेव की पूज्य स्मृति को बनाए रखने के लिए इस विशाल भंडारे को आयोजित किया है.
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नाथ संप्रदाय की परंपरा और मूल्यों के लिए काम किया : महाराजा भर्तृहरि को भी अपनी साधना को चरम पर पहुंचना था तो उन्होंने उज्जैन से निकल कर अलवर की अरावली की पर्वतमाला को ही चुना. भर्तृहरि महाराज किसी न किसी रूप में अपने भक्तों को दर्शन देते ही रहते हैं. लगातार यहां के लोगों को उनका सानिध्य मिलता रहता है. खेतानाथ महाराज का यह कर्म क्षेत्र था. महाराज चांदनाथ का भी कर्म क्षेत्र था. उन्होंने लगातार क्षेत्र में नाथ संप्रदाय की परंपरा और मूल्यों के लिए काम किया है और आज उसी काम को योगी बालक नाथ और दीपक नाथ आगे बढ़ा रहे हैं.
आज की राजनीति पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि नेता हमेशा बांटने का प्रयास करते हैं, जो हमारे देश की अखंडता और एकता के लिए घातक है. बांटने वाली राजनीति को हम त्यागने का काम करेंगे. सीएम ने सबसे पहले मंदिर परिसर में बाबा करतारपुरी महाराज और बाबा अभयनाथ महाराज की मूर्ति का अनावरण किया. इसके बाद मंदिर परिसर में ही बाबा सोमनाथ की प्रतिमा के समक्ष धोक लगाकर आशीर्वाद लिया और तुरंत बाद ही मंच को संबोधित करने के लिए पहुंच गए. यहां पर सबसे पहले योगी आदित्यनाथ सहित बाबा बालक नाथ का फूलों की माला से स्वागत किया गया और इसके बाद चादर रस्म की निभाई गई.