नई दिल्ली: केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने शुक्रवार को नॉर्थ ब्लॉक में अपना कार्यभार संभाल लिया. नए गृह सचिव मोहन के सामने नई भूमिका संभालने के बाद पहली चुनौती जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव सुनिश्चित करना है. इसके लिए उन्हें चुनाव आयोग के साथ मिलकर काम करना होगा.
आईएएस गोविंद मोहन को हाल ही में केंद्रीय गृह सचिव नियुक्त किया गया था. उन्होंने अजय कुमार भल्ला की जगह ली, जिनका कार्यकाल 22 अगस्त को समाप्त हो गया. मोहन की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे. 4 अक्टूबर को चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे.
1989 batch Sikkim cadre IAS officer Govind Mohan assumes charge of new Union Home Secretary, succeeding Ajay Kumar Bhalla, whose five-year term ended yesterday. pic.twitter.com/pSOxupIHdy
— ANI (@ANI) August 23, 2024
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "केंद्रीय गृह सचिव का कार्यभार संभालने के तुरंत बाद गोविंद मोहन ने देश भर में आंतरिक सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने देश में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति का भी जायजा लिया."
अधिकारी ने बताया कि गृह सचिव जल्द ही विभिन्न एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर विस्तृत बैठक करेंगे. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मोहन जल्द ही माओवाद और नक्सलवाद मुद्दे से निपटने वाले गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे.
1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं गोविंद मोहन
58 वर्षीय वरिष्ठ नौकरशाह गोविंद मोहन सिक्किम कैडर के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने असम-मेघालय कैडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी अजय कुमार भल्ला का स्थान लिया. भल्ला ने लगभग पांच वर्षों तक गृह सचिव के रूप में कार्य किया.
केंद्रीय संस्कृति सचिव भी रह चुके हैं...
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से बीटेक ग्रेजुएट मोहन इससे पहले केंद्रीय संस्कृति सचिव थे. वह आईआईएम अहमदाबाद से पीजी डिप्लोमा भी किए हैं. उन्होंने कोविड महामारी के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, विभिन्न प्रोटोकॉल को लागू करने की देखरेख की और राज्य सरकारों के साथ प्रभावी समन्वय सुनिश्चित किया. जब पूरा देश कोरोना वायरस से लड़ रहा था.
बता दें, संस्कृति सचिव के रूप में मोहन ने मोदी सरकार के दो प्रमुख प्रमुख कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया, जिनमें 'आजादी का अमृत महोत्सव' और 'हर घर तिरंगा' पहल शामिल हैं.
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