रोहतास: बिहार के रोहतास और जहानाबाद में में शुक्रवार को केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में किसान मोर्चा व वाम मोर्चा के लोगों ने ट्रैक्टर परेड निकाला. दरअसल जिला मुख्यालय सासाराम में संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा ट्रैक्टर मार्च निकाला गया.
रोहतास में ट्रैक्टर मार्च: बता दें कि गणतंत्र दिवस पर विभिन्न वाम दलों के कार्यकर्ता संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सड़क पर उतर गए. अपनी मांगों के समर्थन में समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया, जिसका नेतृत्व माले के नेता अशोक बैठा ने किया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर पूरे नगर में दौड़ने लगी. जिसको लेकर थोड़ी देर के लिए अफरातफरी की भी स्थिति हो गई. बाद में सदर एसडीओ आशुतोष रंजन के हस्तक्षेप के बाद यह ट्रैक्टर मार्च शहर से बाहर निकल गई.
"भारत सरकार, किसान आंदोलन के शहीदों को जब तक न्याय नहीं देगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. यह आंदोलन पूरे देश में चलाया जा रहा है, जिसके तहत हम लोग ट्रैक्टर से सड़क पर निकले हैं."- अशोक बैठा, माले नेता
जहानाबाद में भी बड़ी संख्या में किसानों ने किया प्रदर्शन: वहीं जहानाबाद भाकपा माले पार्टी के किसान सभा द्वारा 11 सूत्री मांग को लेकर गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च निकाला गया. यह मार्च शहर के विभिन्न जगह घूमते हुए कारगिल चौक पर पहुंची, जहां सभा का आयोजन किया गया. मार्च में शामिल भाकपा माले के विधायक रामबली यादव ने इस दौरान केंद्र पर जमकर हमला किया.
"किसानों के संघर्ष करने के कारण केंद्र सरकार ने किसान विरोधी बिल वापस ले लिया. लेकिन किसानों से किए गए वादे आज भी अधूरे हैं. अधूरे वादों को पूरा करने की हम मांग कर रहे हैं और इसलिए ट्रैक्टर मार्च निकाला गया है."- रामबली यादव, घोसी विधायक
'इन मांगों को पूरा करे सरकार': आंदोलनकारियों ने कहा केंद्र सरकार ने अपने वादों को आज तक नहीं निभाया है. एनसीपी 50%, 2022 बिजली कानून वापस लिये जाने का आश्वासन, किसानों को मुफ्त रूप में बिजली जैसे कई मांग पूरे नहीं हुए. वहीं रामबली यादव ने कहा कि एक मंत्री के बेटे द्वारा किसान की हत्या की गई थी उसकी सजा दिलाये जाने का वादा भी पूरा नहीं किया गया.
जहानाबाद को सुखाड़ग्रस्त घोषित करने की मांग: प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सरकार अगर मांग नहीं मानती है तो हम लोग आगे भी आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि इस मार्च के माध्यम से जहानाबाद के लिए भी विशेष मांग रखा गया है. जहानाबाद में सबसे बड़ा मुद्दा पानी संकट का है जिसके कारण किसान की फसल अच्छी नहीं हो रही है. जिले को सुखाड़ग्रस्त घोषित किया जाए.
जब लाल किले पर हुआ था प्रदर्शन: पिछले साल आज ही के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की आड़ में काफी हंगामा हुआ था. लाल किले पर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ था. उपद्रवी ने लाल किले की प्राचीर पर निशान साहिब का झंडा फहराने की कोशिश की थी. साथ ही नए कृषि कानून का विरोध किया था.
इसे भी पढ़े- कैमूर में भाकपा माले का धरना, बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग