कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि अगर कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्यान का टेलीविजन पर प्रसारण किया गया तो तृणमूल कांग्रेस चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेगी. उन्होंने दावा किया कि यह चुनाव आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन होगा. उन्होंने कहा, 'हम शिकायत करेंगे. वह ध्यान कर सकते हैं, लेकिन इसे टेलीविजन पर प्रसारित नहीं किया जा सकता. यह 'एमसीसी का उल्लंघन' होगा. ममता ने पूछा, 'क्या ध्यान करने के लिए किसी को कैमरा चाहिए?'.
तय कार्यक्रम के अनुसार, पीएम मोदी कन्याकुमारी में रॉक मेमोरियल में ध्यान करेंगे. भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे. वह स्थान जहां मोदी द्वारा प्रशंसित आध्यात्मिक प्रतीक स्वामी विवेकानंद को 'भारत माता' के बारे में दिव्य दर्शन हुए थे. मुख्यमंत्री ने कैनिंग पुरबा से टीएमसी विधायक सौकत मोल्ला को नोटिस भेजने और बुधवार को ही सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए कहने पर भी सीबीआई की आलोचना की.
ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं करने के लिए भाजपा नीत केंद्र पर भी हमला बोला. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने यह बात श्यामबाजार फाइव प्वाइंट क्रॉसिंग से उत्तर कोलकाता के शिमला इलाके में स्वामी विवेकानंद के पैतृक घर तक रोड शो की शुरुआत में कही. संयोग से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो भी पिछले दिन इसी मार्ग से हुआ था. उन्होंने 'जय हिंद' के नारे लगाते हुए कहा कि 'प्रधानमंत्री ने कल नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दर्शकों को खुश किया, लेकिन 23 जनवरी को नेताजी की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं करके उसे मान्यता नहीं दी. हमारी सरकार ने इसे पहले ही राजकीय अवकाश घोषित कर दिया है. मैं केंद्र की इस विफलता के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराती हूं. मैं नेताजी जैसे राष्ट्रीय नायकों को सलाम करती हूं'.
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