पटना : तेजस्वी यादव के बयानों से ज्यादा उनके खाने के चर्चे काफी होती हैं. कारण भी है कि गाहे बगाहे तेजस्वी यादव कहीं भी स्वाद लेने पहुंच जाते हैं. पिछले दिनों हेलीकॉप्टर में उनका मछली खाते हुए वीडियो वायरल हुआ था. उसके बाद नारंगी खाते हुए वीडियो आया. लेकिन, अब तेजस्वी यादव पहुंच गए हैं गोलगप्पा खाने. जी हां, पटना के सबसे भीड़ भाड़ वाले इलाके में तेजस्वी यादव और उनके नए मित्र बने मुकेश सहनी गोलगप्पा खाने मौर्यलोक कॉम्प्लेक्स पहुंच गए. फिर क्या लोग तेजस्वी को यूं गोलगप्पे खाता देखा तो लोग रुककर देखने लगे.
सड़क किनारे गोलगप्पे खाते मिले तेजस्वी : मौर्यलोक परिसर के ठीक बगल में ठेले और खोमचे वालों के बीच में जाकर तेजस्वी यादव ने गोलगप्पे का खूब लुफ्त उठाया. ईटीवी भारत की टीम जब वहां पहुंची तो तेजस्वी यादव ने आश्चर्य से कहा आप यहां हैं? तो ईटीवी भारत के ने सवाल किया कि आप जब भी खाते हैं तो कोई ना कोई मैसेज देते हैं. इस बार गोलगप्पा खा रहे हैं तो क्या मैसेज है. तो उन्होंने कहा कि यहां तो मैं रोज आता हूं. लेकिन, आज के लिए जस्ट चिल.
'नॉमिनेशन से लौटे हैं..जस्ट चिल' : दरअसल, तेजस्वी यादव और वीआईपी के सुप्रीमो मुकेश सहनी पटना साहिब के कांग्रेस प्रत्याशी अंशुल कुमार के नॉमिनेशन में कलेक्ट्रेट गए थे. नॉमिनेशन के बाद जब वापस लौटे तो उनका मन गोलगप्पा खाने का हो गया. उनका पूरा लाव लश्कर कोतवाली के सामने लगे ठेले खोमचे वालों के सामने रुक गया. तेजस्वी यादव गए एक गोलगप्पे के ठेले वाले के पास पहुंचे, वहां जाकर पहले तो उन्होंने खूब गोलगप्पे खाए, उसके बाद बगल के बटाटा पूरी वाले से भेलपुरी खाया.
'मुकेश जी हमे लेकर आए' : जब ईटीवी की टीम वहां पहुंची तो उन्होंने आश्चर्य जरूर किया लेकिन, उन्होंने बताया कि ''कांग्रेस के नॉमिनेशन से आ रहे थे, इसलिए यहां रुक गए. बहुत दिन हो गए थे गोलगप्पे खाए हुए. तो आज यहां पहुंचे हैं. वैसे मुकेश जी हमको लेकर यहां आए हैं.''
तेजस्वी यादव से जब ईटीवी की टीम ने यह पूछा कि आप जब भी कुछ खाते हैं तो मैसेज देते हैं. इस बार का मैसेज क्या है तो उन्होंने कुछ रुकते हुए कहा जस्ट चिल. उन्होंने दो शब्दों में इस बात को कहकर अपने राजनीतिक दुश्मनों पर तंज कसा है. वहीं मुकेश सहनी ने कहा कि ''मैं तो मुंबई का हूं और मुझे पानी पूरी खूब पसंद है इसलिए मैं यहां पहुंच गया.''
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