बीजापुर: छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों की सुसाइड की घटनाएं बढ़ती जा रही है. सरगुजा के एक निजी स्कूल में दो लड़कियों ने दो सप्ताह के अंदर आत्महत्या कर जान दे दी. अब तीसरी सुसाइड की खबर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर से आ रही है. बीजापुर के आवापल्ली प्रीमैट्रिक छात्रावास में सातवीं के छात्र ने हॉस्टल के अंदर खुदकुशी कर ली.
आवापल्ली हॉस्टल में सुसाइड से हड़कंप: आवापल्ली हॉस्टल में छात्र के सुसाइड के बाद बीजापुर में हड़कंप मच गया. प्री मैट्रिक छात्रावास प्रबंधन और जिला प्रशासन के अधिकारी इस केस के बारे में सूचना इक्टठा करने लगे. जिस बच्चे ने सुसाइड किया है वह सातवीं का छात्र है और उसकी उम्र 14 साल है. वह दो दिनों से हॉस्टल से स्कूल भी नहीं जा रहा था.
आवापल्ली थाने में केस दर्ज: पूरे पूरी घटना के बाद आवापल्ली थाने को सूचना दी गई. पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच और छात्र का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
"आवापल्ली के चेरामंगी प्री मैट्रिक छात्रावास में एक सातवीं के छात्र ने खुदकुशी कर ली है. मुझे इसकी जानकारी मिली है और उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. बच्चे ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया इसकी जांच की जाएगी. परीक्षा चल रही है और सभी छात्र परीक्षा देने गए इसी दौरान छात्र ने खुदुकुशी कर ली": के एस मशराम, सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग, बीजापुर
बीजापुर विधायक ने खोला मोर्चा: इस घटना के बाद बीजापुर विधायक ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने शिक्षा विभाग और आदिवासी विकास विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक विक्रम शाह मंडावी ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही मृत छात्र के परिजन को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी डिमांड की है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
हॉस्टल वार्डन पर हुई कार्रवाई: बीजापुर के चेरामंगी इलाके में छात्र की खुदकुशी केस में बीजापुर जिला प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. हॉस्टल वार्डन भीमा सोढ़ी को निलंबित किया गया है. इस कार्रवाई की जानकारी सहायक आयुक्त केएस मशराम ने दी है. इस घटना में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जांच टीम का गठन किया है.
बस्तर सहित छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में आदिवासी विकास विभाग की तरफ से मैट्रिक छात्रावास और अन्य हॉस्टल का संचालन किया जाता है. इसमें अगर इस तरह की घटना होती है तो यह चिंता का विषय है.