ETV Bharat / bharat

जिंदगी की जंग हार गई सिंगरौली की सौम्या, बोरवेल में गिरी थी 3 साल की मासूम - Singrauli Borewell Accident

मध्य प्रदेश में एक बार फिर मासूम बच्ची बोरवेल में ही जिंदगी को अलविदा कह गई. सिंगरौली में 3 साल की सौम्या साहू अपने जन्मदिन के दिन 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी.5 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन कर उसे निकाल लिया गया लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी.

MADHYA PRADESH BOREWELL ACCIDENT
सिंगरौली में बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम की मौत (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 29, 2024, 6:57 PM IST

Updated : Jul 30, 2024, 8:20 AM IST

सिंगरौली। मध्य प्रदेश सरकार की लाख समझाइश और चेतावनी के बाद भी बोरवेल के हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आए दिन बच्चे इन खुले बोरवेल का शिकार बनते हैं. 5 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सौम्या को बाहर निकाला गया जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. सोमवार के प्रदेश के सिंगरौली में एक मासूम बच्ची 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. जिस वक्त यह हादसा हुआ, बच्ची अपने पिता के साथ खेत पर खेल रही थी. वह खेलते-खेलते खुले पड़े बोरवेल में गिर गई थी. इस घटना के बाद परिजनों को रो-रो कर बुरा हाल है.

सिंगरौली में बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम की मौत (ETV Bharat)

100 फीट गहरे बोरवेल में गिरी सौम्या

घटना सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र के कसर गांव की है. सोमवार की शाम राम प्रसाद साहू अपनी मासूम 3 वर्षीय बच्ची सौम्या साहू के साथ खेत पर गया था. तभी वह खेत पर ही अपने काम में व्यस्त हो गया और बच्ची खेलने लगी. इस दौरान खेलते वक्त सौम्या खुले पड़े बोरवेल में जा गिरी थी. स्थानीय लोगों की मानें तो बोरवेल की गहराई लगभग 100 फीट है. घटना की सूचना मिलते ही सिंगरौली कलेक्टर, एसपी व भारी संख्या में प्रशासन मौके पर पहुंचे थे और प्रशासन ने बच्ची को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया.

बर्थडे के दिन बोरवेल में गिरी बच्ची

जेसीबी मशीन लगाकर बोरवेल के किनारे गड्ढा तैयार किया है. वहीं घटना के बाद बच्ची के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने बताया सौम्या का सोमवार को ही जन्मदिन था. पूरा परिवार खुश था और यह घटना हो गई. परिजनों का कहना है कि प्रशासन ने पूरा आश्वासन दिया था लेकिन बच्ची नहीं बच पाई. बता दें कि 5 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्ची को सीधे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया.

यहां पढ़ें...

जिंदगी की जंग हार गया मासूम मयंक, 46 घंटे से बोरवेल में 60 फीट नीचे फंसा था

MP में मौत के बोरवेल ने ली एक और मासूम की जान, गड्ढे में गिरी 5 साल की माही की मौत
एमपी में खुले बोरवेल को लेकर विधेयक पास, खनन से पहले लेनी होगी अनुमति, शिकायत करने पर मिलेगा इनाम

एमपी में हुए बोरवेल के कई हादसे

बता दें एमपी में बोरवेल में बच्चों के गिरने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बच्चे इस हादसों का शिकार बन चुके हैं. इससे पहले अप्रैल 2024 में रीवा में 6 साल का मयंक बोरवेल में गिर गया था. 46 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मयंक जिंदगी की जंग हार गया था. वहीं जून 2023 में सीहोर में सृष्टि बोरवेल में गिर गई थी. 55 घंटे चले ऑपरेशन के बाद भी सृष्टि को नहीं बचाया जा सकता था. वहीं दिसंबर 2023 में राजगढ़ में माही भी बोरवेल का शिकार हुई. ऐसे कई हादसों के बाद मोहन कैबिनेट ने इन दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक को पास किया था. जिसमें नलकूप खनन से पहले अनुमति लेने की बात थी. साथ ही बोरवेल खुला छोड़ने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा.

सिंगरौली। मध्य प्रदेश सरकार की लाख समझाइश और चेतावनी के बाद भी बोरवेल के हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आए दिन बच्चे इन खुले बोरवेल का शिकार बनते हैं. 5 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सौम्या को बाहर निकाला गया जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. सोमवार के प्रदेश के सिंगरौली में एक मासूम बच्ची 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. जिस वक्त यह हादसा हुआ, बच्ची अपने पिता के साथ खेत पर खेल रही थी. वह खेलते-खेलते खुले पड़े बोरवेल में गिर गई थी. इस घटना के बाद परिजनों को रो-रो कर बुरा हाल है.

सिंगरौली में बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम की मौत (ETV Bharat)

100 फीट गहरे बोरवेल में गिरी सौम्या

घटना सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र के कसर गांव की है. सोमवार की शाम राम प्रसाद साहू अपनी मासूम 3 वर्षीय बच्ची सौम्या साहू के साथ खेत पर गया था. तभी वह खेत पर ही अपने काम में व्यस्त हो गया और बच्ची खेलने लगी. इस दौरान खेलते वक्त सौम्या खुले पड़े बोरवेल में जा गिरी थी. स्थानीय लोगों की मानें तो बोरवेल की गहराई लगभग 100 फीट है. घटना की सूचना मिलते ही सिंगरौली कलेक्टर, एसपी व भारी संख्या में प्रशासन मौके पर पहुंचे थे और प्रशासन ने बच्ची को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया.

बर्थडे के दिन बोरवेल में गिरी बच्ची

जेसीबी मशीन लगाकर बोरवेल के किनारे गड्ढा तैयार किया है. वहीं घटना के बाद बच्ची के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने बताया सौम्या का सोमवार को ही जन्मदिन था. पूरा परिवार खुश था और यह घटना हो गई. परिजनों का कहना है कि प्रशासन ने पूरा आश्वासन दिया था लेकिन बच्ची नहीं बच पाई. बता दें कि 5 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्ची को सीधे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया.

यहां पढ़ें...

जिंदगी की जंग हार गया मासूम मयंक, 46 घंटे से बोरवेल में 60 फीट नीचे फंसा था

MP में मौत के बोरवेल ने ली एक और मासूम की जान, गड्ढे में गिरी 5 साल की माही की मौत
एमपी में खुले बोरवेल को लेकर विधेयक पास, खनन से पहले लेनी होगी अनुमति, शिकायत करने पर मिलेगा इनाम

एमपी में हुए बोरवेल के कई हादसे

बता दें एमपी में बोरवेल में बच्चों के गिरने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बच्चे इस हादसों का शिकार बन चुके हैं. इससे पहले अप्रैल 2024 में रीवा में 6 साल का मयंक बोरवेल में गिर गया था. 46 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मयंक जिंदगी की जंग हार गया था. वहीं जून 2023 में सीहोर में सृष्टि बोरवेल में गिर गई थी. 55 घंटे चले ऑपरेशन के बाद भी सृष्टि को नहीं बचाया जा सकता था. वहीं दिसंबर 2023 में राजगढ़ में माही भी बोरवेल का शिकार हुई. ऐसे कई हादसों के बाद मोहन कैबिनेट ने इन दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक को पास किया था. जिसमें नलकूप खनन से पहले अनुमति लेने की बात थी. साथ ही बोरवेल खुला छोड़ने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा.

Last Updated : Jul 30, 2024, 8:20 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.