भोपाल. 'केजरीवाल भ्रष्टाचार के बीज हैं, जहां-जहां उनकी पार्टी जाती है वहां-वहां भ्रष्टाचार का नया तंत्र खड़ा हो जाता है.' ये कहना है मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का. दरअसल, शिवराज सिंह चौहान को उनके प्रति अरविंद केजरीवाल की सिंपथी रास नहीं आई. शराब घोटाले में जेल में बंद रहने के बाद अंतरिम जमानत पर बाहर आए केजरीवाल बेजीपी नेताओं पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं. इसी बीच उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के प्रति सिंपथी जताते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा था, जिसपर शिवराज भड़क उठे.
शिवराज-मोदी को लेकर क्या कहा था केजरीवाल ने?
1 जून तक के लिए जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जीतने में शिवराज सिंह की अहम भूमिका रही है, पर पीएम मोदी ने शिवराज को साइडलाइन किया और शिवराज की राजनीति को खत्म किया है. इतना ही नहीं केजरीवाल ने शिवराज के प्रति सिंपथी दिखाने के साथ-साथ पीएम मोदी को तानाशाह करार दिया. जेल से छूटने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केजरीवाल ने कहा, '' पीएम मोदी तानाशाह हैं. वे विपक्षी नेताओं को जेल भेजेंगे और बीजेपी नेताओं की राजनीति खत्म कर देंगे. अगर वे दोबारा जीते तो ममता बनर्जी, एमके स्टालिन समेत कई नेता जेल में होंगे."
जेल में मानसिक संतुलन खो चुके केजरीवाल : शिवराज
केजरीवाल के विवादित बयानों पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा, '' अरविंद केजरीवाल अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. हमने दुर्गा सप्तशती में पढ़ा है कि एक रक्तबीज था, जहां-जहां उसका खून गिरता था, उस खून की एक बूंद से वहां एक और नया रक्तबीज पैदा हो जाता था. केजरीवाल जी 'भ्रष्टाचार बीज' हैं. जहां-जहां इनकी पार्टी जीतती है, वहां भ्रष्टाचार का नया तंत्र खड़ा हो जाता है.''
Read more - पश्चिम बंगाल में भड़के शिवराज, कहा- यहां अधर्म, पाप और अन्याय की अति, ममता बनर्जी को शर्म नहीं आती? |
'ऐसा कोई नहीं जिसे केजरीवाल ने ठगा नहीं'
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के मयूर तिराहा पर एक जनसभा के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ' केजरीवाल जी ने दिल्ली की जनता के सपनों का सौदा किया. अपने स्वार्थ के लिए यहां के लोगों के विश्वास को नीलाम किया. विकास के लिए इनके पास न कोई विजन है और न ही कोई मिशन. कोई ऐसा सगा नहीं जिसे केजरीवाल जी ने ठगा नहीं. पहले केजरीवाल जी पानी पी-पीकर कांग्रेस को कोसते थे और कहते थे कि हम आपके हैं कौन, लेकिन अब संग-संग हैं.'