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छात्रों के बैग में किताबों की जगह मिल रहे धारदार हथियार, बरामद किए जा चुके हैं 31 चाकू - Sharp weapons found in school bag

Sharp weapons found in school bag : महाराष्ट्र के नासिक में स्कूली छात्रों के बैग से हथियार बरामद किए जा रहे हैं. पुलिस ने अब तक अलग-अलग मामलों में 14 देसी पिस्तौल, 20 कारतूस, 31 चाकू और 11 तलवारें जब्त की हैं.

Sharp weapons found in school bag
बरामद किए जा चुके हैं 31 चाकू
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 28, 2024, 10:19 PM IST

नासिक: क्राइम ब्रांच यूनिट ने नासिक में विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई के दौरान नाबालिगों की नोटबुक से धारदार हथियार बरामद किए हैं. इन मामलों में नाबालिगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है.

Sharp weapons found in school bag
बरामद हथियारों के साथ क्राइम ब्रांच की टीम

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नासिक के पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक ने शहर के सभी पुलिस स्टेशनों के साथ-साथ अपराध शाखा, विशेष दस्तों और गुंडा विरोधी दस्तों के प्रमुखों को अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके मुताबिक, पुलिस ने अब तक अलग-अलग मामलों में 14 देसी पिस्तौल, 20 कारतूस, 31 चाकू और 11 तलवारें जब्त की हैं.

बैग में घातक हथियार: नासिक के एक पुलिस अधिकारी को घारपुरे घाट से एक छात्र के बैग से दो चापर सहित एक घातक हथियार मिला. गोदापार्क चिंचबन इलाके में एक नाबालिग लड़के के बैग की तलाशी के दौरान उसमें से चाकू मिले.

लड़के को क्राइम ब्रांच यूनिट 1 पुलिस दस्ते ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस उपायुक्त प्रशांत बच्चाओ ने कहा कि तीसरे मामले में अपराध शाखा ने एक लड़के को गिरफ्तार किया है जो पंचवटी में नगरपालिका पार्क के आसपास घातक हथियार के साथ घूम रहा था.

हत्या में शामिल थे नाबालिग: पुलिस के मुताबिक, मार्च में पंचवटी इलाके के रहने वाले नीलेश उपाडे की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने जांच शुरू कर दी और छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से चार नाबालिग थे.

'बच्चों से संवाद करने की आवश्यकता': बच्चों में बढ़ते अपराध के बारे में मनोचिकित्सक डॉ. हेमंत सोनी ने कहा, 'किशोरावस्था में हार्मोन में बदलाव प्राकृतिक घटना है. हालांकि, कई चीजें आसपास के वातावरण के कारण भी होती हैं. विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, मोबाइल, वेब सीरीज अक्सर हिंसा दिखाते हैं और इन सभी चीजों का सीधा असर बच्चों की मानसिकता पर पड़ता है. इसका विकल्प यह है कि माता-पिता को अपने बच्चों के साथ लगातार संवाद करने और स्कूल से घर आने पर उनके साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा करने की आवश्यकता है. इससे बाल अपराध को कम करने में मदद मिलेगी.'

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युवती ने उड़ाया मजाक तो सिरफिरे युवक ने चाकू से किया हमला, जानें पूरा मामला

नासिक: क्राइम ब्रांच यूनिट ने नासिक में विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई के दौरान नाबालिगों की नोटबुक से धारदार हथियार बरामद किए हैं. इन मामलों में नाबालिगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है.

Sharp weapons found in school bag
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आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नासिक के पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक ने शहर के सभी पुलिस स्टेशनों के साथ-साथ अपराध शाखा, विशेष दस्तों और गुंडा विरोधी दस्तों के प्रमुखों को अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके मुताबिक, पुलिस ने अब तक अलग-अलग मामलों में 14 देसी पिस्तौल, 20 कारतूस, 31 चाकू और 11 तलवारें जब्त की हैं.

बैग में घातक हथियार: नासिक के एक पुलिस अधिकारी को घारपुरे घाट से एक छात्र के बैग से दो चापर सहित एक घातक हथियार मिला. गोदापार्क चिंचबन इलाके में एक नाबालिग लड़के के बैग की तलाशी के दौरान उसमें से चाकू मिले.

लड़के को क्राइम ब्रांच यूनिट 1 पुलिस दस्ते ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस उपायुक्त प्रशांत बच्चाओ ने कहा कि तीसरे मामले में अपराध शाखा ने एक लड़के को गिरफ्तार किया है जो पंचवटी में नगरपालिका पार्क के आसपास घातक हथियार के साथ घूम रहा था.

हत्या में शामिल थे नाबालिग: पुलिस के मुताबिक, मार्च में पंचवटी इलाके के रहने वाले नीलेश उपाडे की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने जांच शुरू कर दी और छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से चार नाबालिग थे.

'बच्चों से संवाद करने की आवश्यकता': बच्चों में बढ़ते अपराध के बारे में मनोचिकित्सक डॉ. हेमंत सोनी ने कहा, 'किशोरावस्था में हार्मोन में बदलाव प्राकृतिक घटना है. हालांकि, कई चीजें आसपास के वातावरण के कारण भी होती हैं. विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, मोबाइल, वेब सीरीज अक्सर हिंसा दिखाते हैं और इन सभी चीजों का सीधा असर बच्चों की मानसिकता पर पड़ता है. इसका विकल्प यह है कि माता-पिता को अपने बच्चों के साथ लगातार संवाद करने और स्कूल से घर आने पर उनके साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा करने की आवश्यकता है. इससे बाल अपराध को कम करने में मदद मिलेगी.'

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