मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने लगभग पांच दशकों तक पार्टी का सदस्य रहने के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. सिद्दीकी मुंबई में कांग्रेस के एक प्रमुख अल्पसंख्यक चेहरा थे जो कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की गठबंधन सरकार के समय मंत्री भी थे.
पूर्व मंत्री ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'मैं एक युवा के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ और यह 48 वर्षों तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है. आज मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.' उन्होंने कहा, 'बहुत कुछ है जिसे मैं व्यक्त करना चाहता हूं लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजों को अनकहा छोड़ देना ही बेहतर है. मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जो इस यात्रा में हिस्सा रहें.'
कांग्रेस के पूर्व नेता ने यह कदम भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अजीत पवार गुट को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के रूप में मान्यता दिए जाने के कुछ दिनों बाद उठाया है. उनके 34 वर्षीय बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से अभी कांग्रेस विधायक हैं, और मुंबई युवा कांग्रेस के नेता भी हैं. वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राज्य में सियासी गर्मी बढ़ गई है.
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