ETV Bharat / bharat

बरेली से 8 बार सांसद रहे संतोष गंगवार बने झारखंड के राज्यपाल, सिक्किम के बाद लक्ष्मण आचार्य को असम की जिम्मेदारी, पढ़िए डिटेल - Jharkhand Assam new Governor

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 28, 2024, 8:05 AM IST

Updated : Jul 28, 2024, 5:38 PM IST

देश के 9 राज्यपालों का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है. इसे देखते हुए इनकी जगह नए राज्यपालों का मनोनयन कर दिया गया है. झारखंड, असम, राजस्थान आदि के नए राज्यपाल राष्ट्रपति भवन की ओर से घोषित कर दिए गए हैं. इनमें यूपी भाजपा के दो वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं.

यूपी भाजपा के दो बड़े नेता बने राज्यपाल.
यूपी भाजपा के दो बड़े नेता बने राज्यपाल. (Photo Credit; ETV Bharat)
गंगवार ने राष्ट्रपति और पार्टी का जताया आभार (video credits ETV Bharat)

लखनऊ : यूपी भाजपा के दो बड़े नेताओं को अलग-अलग राज्यों का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. बरेली से 8 बार के सांसद रह चुके और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है. वहीं वाराणसी के लक्ष्मण आचार्य जो अब तक सिक्किम के राज्यपाल थे, उन्हें असम का राज्यपाल बनाया गया है. उन्हें मणिपुर की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. वहीं महाराष्ट्र के कृष्ण राव बागडे को राजस्थान का राज्यपाल मनोनीत किया गया है.

नौ राज्यपालों का कार्यकाल 29 जुलाई को समाप्त हो रहा है. इसमें उत्तर प्रदेश की आनंदीबेन पटेल भी शामिल हैं. हालांकि अब तक आनंदीबेन पटेल की जगह किसी दूसरे नाम की घोषणा यूपी के लिए नहीं की गई है. बरेली से कई बार सांसद रह चुके संतोष गंगवार को इस बार लोकसभा चुनाव में बरेली से पार्टी ने टिकट नहीं दिया था.

तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि संतोष गंगवार किसी राज्य के राज्यपाल बनाए जा सकते हैं. अब उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है. इसी कड़ी में अब तक सिक्किम के राज्यपाल रहे वाराणसी के रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता नेता लक्ष्मण आचार्य को भी पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. पार्टी ने उन्हें असम का राज्यपाल बनाने के साथ मणिपुर की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है.

ये दोनों राज्य राजनीतिक रूप से अहम माने जाते हैं. दूसरी ओर उत्तर प्रदेश को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है. उत्तर प्रदेश में आनंदीबेन पटेल का कार्यकाल भी सोमवार को समाप्त हो रहा है. 2019 से आनंदीबेन पटेल उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं.

संभावना है कि अभी उनको 3 महीने का एक्सटेंशन दिया जा सकता है. लिहाजा उत्तर प्रदेश में किसी नए नाम की घोषणा नहीं की गई है. शनिवार रात राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में नए राज्यपालों के मनोनयन की जानकारी दी गई.

गंगवार के घर बधाई देने वालों का लगा तांता
गंगवार के घर बधाई देने वालों का लगा तांता (PHOTO credits ETV Bharat)

बरेली: बरेली लोकसभा सीट से आठ बार सांसद रहे संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल बनाए जाने की घोषणा के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगना शरू हो गया है. बरेली जिले से पहली बार किसी को राज्यपाल बनाया गया है. जिसको लेकर बरेली वासियो में भी खुशी का माहौल है.

नवनियुक्त झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि, यह लोकतांत्रिक व्यवस्था है और राज्यपाल का जो पद होता है जो दायित्व होता है उसका हम एहसास करते हैं और वास्तव में इस लोकतंत्र व्यवस्था में एक सही ढंग से शासन प्रशासन चले, यह जिम्मेदारी है राजनीतिक दल जिस ढंग से काम करें. हम लोगों की जिम्मेदारी है उसका नेतृत्व करें और जो जिम्मेदारी मुझे मिली है उसको वहां जाने के बाद में समझूंगा.

यह भी पढ़ें : सांसद चंद्रशेखर का ऐलान, सभी सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी पार्टी, कहा- गरीबों पर हो रहे जुर्म, सूबे में है ताकतवर लोगों की सरकार

गंगवार ने राष्ट्रपति और पार्टी का जताया आभार (video credits ETV Bharat)

लखनऊ : यूपी भाजपा के दो बड़े नेताओं को अलग-अलग राज्यों का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. बरेली से 8 बार के सांसद रह चुके और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है. वहीं वाराणसी के लक्ष्मण आचार्य जो अब तक सिक्किम के राज्यपाल थे, उन्हें असम का राज्यपाल बनाया गया है. उन्हें मणिपुर की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. वहीं महाराष्ट्र के कृष्ण राव बागडे को राजस्थान का राज्यपाल मनोनीत किया गया है.

नौ राज्यपालों का कार्यकाल 29 जुलाई को समाप्त हो रहा है. इसमें उत्तर प्रदेश की आनंदीबेन पटेल भी शामिल हैं. हालांकि अब तक आनंदीबेन पटेल की जगह किसी दूसरे नाम की घोषणा यूपी के लिए नहीं की गई है. बरेली से कई बार सांसद रह चुके संतोष गंगवार को इस बार लोकसभा चुनाव में बरेली से पार्टी ने टिकट नहीं दिया था.

तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि संतोष गंगवार किसी राज्य के राज्यपाल बनाए जा सकते हैं. अब उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है. इसी कड़ी में अब तक सिक्किम के राज्यपाल रहे वाराणसी के रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता नेता लक्ष्मण आचार्य को भी पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. पार्टी ने उन्हें असम का राज्यपाल बनाने के साथ मणिपुर की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है.

ये दोनों राज्य राजनीतिक रूप से अहम माने जाते हैं. दूसरी ओर उत्तर प्रदेश को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है. उत्तर प्रदेश में आनंदीबेन पटेल का कार्यकाल भी सोमवार को समाप्त हो रहा है. 2019 से आनंदीबेन पटेल उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं.

संभावना है कि अभी उनको 3 महीने का एक्सटेंशन दिया जा सकता है. लिहाजा उत्तर प्रदेश में किसी नए नाम की घोषणा नहीं की गई है. शनिवार रात राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में नए राज्यपालों के मनोनयन की जानकारी दी गई.

गंगवार के घर बधाई देने वालों का लगा तांता
गंगवार के घर बधाई देने वालों का लगा तांता (PHOTO credits ETV Bharat)

बरेली: बरेली लोकसभा सीट से आठ बार सांसद रहे संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल बनाए जाने की घोषणा के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगना शरू हो गया है. बरेली जिले से पहली बार किसी को राज्यपाल बनाया गया है. जिसको लेकर बरेली वासियो में भी खुशी का माहौल है.

नवनियुक्त झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि, यह लोकतांत्रिक व्यवस्था है और राज्यपाल का जो पद होता है जो दायित्व होता है उसका हम एहसास करते हैं और वास्तव में इस लोकतंत्र व्यवस्था में एक सही ढंग से शासन प्रशासन चले, यह जिम्मेदारी है राजनीतिक दल जिस ढंग से काम करें. हम लोगों की जिम्मेदारी है उसका नेतृत्व करें और जो जिम्मेदारी मुझे मिली है उसको वहां जाने के बाद में समझूंगा.

यह भी पढ़ें : सांसद चंद्रशेखर का ऐलान, सभी सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी पार्टी, कहा- गरीबों पर हो रहे जुर्म, सूबे में है ताकतवर लोगों की सरकार

Last Updated : Jul 28, 2024, 5:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.