नई दिल्ली: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को बताया कि यात्रियों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए कवच का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि रेल में यात्रा करते समय आम यात्रियों के जीवन को आसान बनाने के लिए 10,000 जनरल कोच बनाने की मंजूरी दी गई है.
दिल्ली में रेल भवन में गति शक्ति विश्वविद्यालय (जीएसवी) और एयरबस के साथ सीएसआर समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान जनरल कोचों के विकास के बारे में जानकारी देते हुए वैष्णव ने कहा कि 'विशेष अभियान के तहत करीब 2,500 जनरल कोच बनाए जा रहे हैं और आम यात्रियों को सुगम और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए 10,000 अतिरिक्त कोचों को मंजूरी दी गई है.'
रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 'बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए कवच को तेजी से शुरू किया जा रहा है.' वैष्णव ने कहा कि 'रेलवे एक केंद्रित तरीके से काम कर रहा है. हम यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए सेवाओं, रेलवे सुरक्षा और स्वच्छता पर काम कर रहे हैं.'
उल्लेखनीय है कि पिछले साल पश्चिम बंगाल के मालदा और बिहार के दरभंगा से दो अमृत भारत ट्रेनें शुरू की गई थीं, अब 50 और अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण शुरू हो चुका है. मंत्री ने कहा कि इसके अलावा 150 अन्य अमृत भारत ट्रेनों के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. रेल मंत्री ने आगे बताया कि रेलवे का आधुनिकीकरण तेजी से किया जा रहा है.
इसके लिए पिछले साल करीब 5,300 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गईं. हम पहले ही 800 किलोमीटर पटरियां बिछा चुके हैं और इस साल नई पटरियां बिछाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं. मंत्री ने कहा कि 'रेलवे इस ग्रीष्म ऋतु में अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए ट्रेनों की मांग को पूरा करने हेतु लगभग 10,000 विशेष ट्रेनें चला रहा है.'
रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में रेलवे की योजना अमृत भारत जनरल कोच सहित 2,605 जनरल कोच, अमृत भारत स्लीपर कोच सहित 1,470 नॉन-एसी स्लीपर, अमृत भारत एसएलआर कोच सहित 323 एसएलआर कोच, 32 उच्च क्षमता वाले पार्सल वैन और 55 पेंट्री कार बनाने की है.
वित्तीय वर्ष 2025-26 में अमृत भारत जनरल कोच सहित 2,710 जनरल कोच, अमृत भारत स्लीपर कोच सहित 1910 नॉन एसी स्लीपर, अमृत भारत एसएलआर कोच सहित 514 एसएलआर कोच, 200 उच्च क्षमता वाले पार्सल वैन और 110 पेंट्री कार बनाने की योजना है.