पटना : अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी नेता अपनी-अपनी गोटी सेट करने में लगे हैं. लेकिन, राजद के महुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक मुकेश रौशन अपनी उम्मीदवारी को लेकर अभी से परेशान हो गए हैं. उनकी परेशानी का कारण और कोई नहीं पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव है.
रोने का वीडियो हुआ वायरल : लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का संकेत दिया है. कल तेज प्रताप यादव हाजीपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि उन्होंने महुआ में मेडिकल कॉलेज खुलवाया, अन्य विकास का काम किया. यदि महुआ की जनता उन्हें यहां से फिर से चुनाव लड़ने के लिए बोलेंगे तो वह इसके लिए तैयार होंगे.
फूट फूट कर रोए मुकेश रौशन : तेज प्रताप यादव के इस संकेत बाद महुआ से आरजेडी विधायक मुकेश रौशन की परेशानी बढ़ती दिख रही है. सीटिंग सीट जाने के डर से मुकेश रौशन परेशानी में हैं. मुकेश रौशन का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मुकेश रौशन बीच सड़क पर फूट-फूटकर रो रहे हैं.
रोते हुए वीडियो पर मुकेश रौशन की सफाई : महुआ से राजद विधायक मुकेश रौशन के रोते हुए वीडियो के बारे में जब ईटीवी भारत ने उनसे फोन पर बातचीत की तो उन्होंने कहा कि इस वीडियो का टिकट मिलने या कटने से कोई संबंध नहीं है. कुछ लोग जब उनसे उनके पिताजी के हत्या के बारे में बात कर रहे थे तो वह भावुक हो गए थे. मुकेश रौशन ने बताया कि आज से 31 साल पहले हाजीपुर में उनके पिताजी की हत्या हो गई थी. उनके परिवार के संघर्ष की बात जब लोगों के बीच होने लगी तो वह भावुक हो गए थे और आंख से आंसू निकल गये.
टिकट का फैसला आलाकमान के हाथ : मुकेश रौशन ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि अभी वह विधायक हैं और बिहार विधानसभा के चुनाव में 1 साल देर है. उन्होंने कहा कि टिकट को लेकर उनका कोई परेशानी नहीं है, टिकट देना या ना देना पार्टी के आना कमान पर निर्भर है. उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी निर्णय लेगा वह उन्हें स्वीकार होगा.
'तेजप्रताप के साथ रहे हैं खड़े' : मुकेश रौशन से जब ईटीवी भारत ने पूछा कि यदि तेज प्रताप यादव को पार्टी टिकट देती है तो क्या वह उनकी मदद करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव जब महुआ के विधायक थे उसे समय भी वे लोग उनके साथ खड़े थे. पिछली बार वे हसनपुर से चुनाव लड़े, उसमें भी वह वहां जाकर चुनाव में मदद किए थे. यदि पार्टी तेज प्रताप यादव को महुआ से टिकट देती है तो वह उनकी मदद के लिए तैयार हैं.
आलाकामन का फैसला मंजूर : मुकेश रौशन ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि उन्होंने पिछले 4 वर्षों में महुआ की जनता के हर सुख दुख में साथ रहे हैं. चाहे वह राजनीति के माध्यम से हो या अपने मेडिकल प्रोफेशन के माध्यम से, मुकेश रौशन ने बताया कि वे आगे भी महुआ की जनता के हर सुख दुख में साथ खड़े रहेंगे. उन्हें अपने पार्टी के आला कमान और युवा के आइकॉन तेजस्वी यादव पर भरोसा है. वह जो फैसला लेंगे मुकेश रौशन को हर फैसला मंजूर होगा.
क्या कहा था तेज प्रताप यादव ने? : दरअसल, तेज प्रताप यादव ने महुआ विधानसभा सीट से 2025 में विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं. रविवार को एक कार्यक्रम में तेज प्रताप महुआ पहुंचे थे. यहां उनसे जब यह सवाल पूछा गया कि क्या 2015 में महुआ सीट से चुनाव लड़ेंगे. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि, 'महुआ की जनता बुलाएगी तो जाएंगे. महुआ मेरा पुराना क्षेत्र रहा है.'
2015 में तेज प्रताप तो 2020 में मुकेश रौशन : 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में महुआ सीट से आरजेडी उम्मीदवार मुकेश रौशन ने जेडीयू उम्मीदवार आशमा परवीन को करीब 13 हजार वोटों से हराया था. साल 2015 में जब बिहार में लालू यादव और नीतीश कुमार ने मिलकर चुनाव लड़ा था, यहां से तेज प्रताप एकतरफा मुकाबले में जीते और जीतनराम मांझी की पार्टी हम के उम्मीदवार रविंद्र राय को हराया था. तेज प्रताप को करीब 70 हजार वोट मिले थे.
महुआ सीट का इतिहास : महुआ सीट हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में आती है. 1951 में यह सीट एसपी के खाते में गई. 1957 में कांग्रेस, 1962 में फिर कांग्रेस, 1977 में जेएनपी, 1980 में जनता पार्टी, 1985, 1990, 1995 में जनता पार्टी (सेक्युलर), 2000, 2005 में आरजेडी, 2010 में जेडीयू के रविंद्र राय चुनाव जीते.
हसनपुर से विधायक हैं तेज प्रताप : लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव समस्तीपुर के हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से अभी विधायक हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में उन्होंने महुआ के बदले हसनपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया था. तेज प्रताप यादव 2015 का विधानसभा चुनाव महुआ विधानसभा क्षेत्र से लड़े थे और उसमें उन्होंने जीत दर्ज की थी.
ये भी पढ़ें-