नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में वीर भूमि पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुंचाया.
खड़गे ने एक्स पर लिखा कि आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भारत के महान सपूत थे. उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई. अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुंचाया. मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, शांति समझौते जारी रखना, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नई शिक्षा नीति जैसी उनकी कई उल्लेखनीय पहलों ने देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाए. हम भारत रत्न राजीव गांधी जी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि देते हैं. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि राजीव गांधी आधुनिकता, प्रौद्योगिकी और युवा सशक्तिकरण के हिमायती थे.
#WATCH | Congress leader Rahul Gandhi pays floral tribute to former Prime Minister Rajiv Gandhi on his birth anniversary, at Veer Bhumi pic.twitter.com/wKpDPotBen
— ANI (@ANI) August 20, 2024
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक हैंडल से एक्स पर पोस्ट किया गया कि आज हम दूरदर्शी नेता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने आधुनिकता, प्रौद्योगिकी और युवा सशक्तिकरण का समर्थन किया. एकता, धर्मनिरपेक्षता और प्रगतिशील भारत के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमें मार्गदर्शन देती है, क्योंकि हम एक समृद्ध और समावेशी राष्ट्र के निर्माण के लिए अपने समर्पण को नवीनीकृत करते हैं.
पार्टी के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने भी भारत के राजनीतिक और तकनीकी परिदृश्य में राजीव गांधी के योगदान का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि आज राजीव गांधी 80 वर्ष के हो गए हैं. उनका राजनीतिक जीवन छोटा लेकिन बहुत महत्वपूर्ण था. मार्च 1985 के बजट में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने आर्थिक नीति के प्रति नए दृष्टिकोण की शुरुआत की. 1991 के लोकसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र, जिस पर उन्होंने अपनी दुखद हत्या से कुछ सप्ताह पहले लंबे समय तक काम किया था, ने जून-जुलाई 1991 के राव-मनमोहन सिंह सुधारों के लिए नींव रखी.
उन्होंने लिखा कि असम, पंजाब, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे देश के अशांत क्षेत्रों में शांति समझौते उनकी राजनेता की वजह से संभव हो पाए, जिन्होंने राष्ट्रीय हित को अपनी पार्टी के तात्कालिक हितों से ऊपर रखा.... रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आज हम न केवल एक प्रधानमंत्री को याद करते हैं, बल्कि एक बहुत ही अच्छे और देखभाल करने वाले इंसान को भी याद करते हैं, जिन्होंने कोई दुर्भावना नहीं दिखाई, कोई प्रतिशोध नहीं दिखाया, कोई बदला नहीं लिया, कोई आडंबर और आत्म-प्रशंसा नहीं की और आत्म-भ्रम के किसी भी गुण का प्रदर्शन नहीं किया.
राजीव गांधी ने 1984 में अपनी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस की कमान संभाली. वह 40 वर्ष की आयु में भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने. 20 अगस्त 1944 को जन्मे राजीव गांधी की 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी रैली के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम के आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी.