श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में रविवार शाम सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकियों के हमले में एक डॉक्टर समेत सात मजदूरों की मौत हो गई. इस घटना की देशभर के नेताओं ने कड़ी निंदा की है. इसके चलते जम्मू और कठुआ समेत आसपास के इलाकों में सोमवार को व्यापक प्रदर्शन हुए.
जम्मू कश्मीर शिवसेना अध्यक्ष मनीष सेहनी के नेतृत्व में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जम्मू के इंद्र चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. गुस्साए शिवसैनिकों ने पाकिस्तान का पुतला और झंडा जलाया और पाकिस्तान सीमा पर कथित आतंकी ठिकानों और लॉन्चिंग पैड पर कड़ी सैन्य कार्रवाई की मांग की.
प्रदर्शन से इतर शिवसेना अध्यक्ष मनीष साहनी ने मीडिया से कहा कि जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वर्ष 2024 में अब तक टारगेट किलिंग की सात घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें करीब दो दर्जन निर्दोष लोग मारे गए हैं.
उन्होंने बताया कि 7 फरवरी को हब्बा कादर में सिख समुदाय के दो लोगों को निशाना बनाया गया था, 8 अप्रैल को एक कैब चालक की हत्या कर दी गई, 17 अप्रैल को अनंतनाग में बिहार के एक मजदूर की हत्या कर दी गई, 18 मई को पहलगाम में जयपुर के एक दम्पति की हत्या कर दी गई, 10 जून को जम्मू के रासी में माता वैष्णोदेवी के श्रद्धालुओं की बस पर हमला कर दस लोगों की हत्या कर दी गई, 16 अक्टूबर को शोपियां में बिहार के एक युवक को गोली मार दी गई और कल गंदेरबल में 7 मजदूरों की हत्या कर दी गई.
सर्जिकल स्ट्राइक की मांग
साहनी ने आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान की सीमा पर आतंकवादियों के ठिकानों और लांचिंग पैडों पर कड़ी सैन्य कार्रवाई व सर्जिकल स्ट्राइक की भी मांग की. इस बीच शिवसेना डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने फ्रंट के अध्यक्ष अशोक गुप्ता के नेतृत्व में जम्मू के रानी पार्क इलाके में एकत्र होकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का पुतला जलाया तथा पाकिस्तान विरोधी नारे भी लगाए.
अशोक गुप्ता ने कहा कि कश्मीर में निर्माण स्थल पर मजदूरों पर आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला चिंता का विषय है, क्योंकि इससे पता चलता है कि वे (आतंकवादी) कश्मीर में विकास नहीं चाहते हैं और वे कश्मीर की प्रगति के खिलाफ हैं. उन्होंने सरकार और सुरक्षा बलों से आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू करने की अपील की.
7 मजदूरों की मौत
बता दें कि रविवार शाम को एक निर्माण स्थल पर काम कर रहे मजदूर सुरंग से अपने शिविर में वापस आ रहे थे, तभी अज्ञात आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया. हमलावरों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें डॉक्टर समेत 7 मजदूरों की मौत हो गई.
ये मजदूर श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर गगनगीर में एक सुरंग के निर्माण में शामिल थे. इस परियोजना का उद्देश्य राजमार्ग को साल भर चालू रखना है. पिछले दो वर्षों से दो सुरंगों का निर्माण कार्य चल रहा है.
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