पुणे: स्वतंत्रता सेनानी वीडी सावरकर को बदनाम करने के मामले में कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. पुणे पुलिस ने सोमवार को एक अदालत में अपनी जांच रिपोर्ट पेश की. अपनी रिपोर्ट में पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया वीडी सावरकर के पोते की ओर से राहुल गांधी के खिलाफ लगाये गये आरोपों में सच्चाई नजर आती है. वीडी सावरकर के पोते ने साल 2023 में कांग्रेस नेता पर लंदन में दिए गए भाषण में हिंदुत्व विचारक को बदनाम करने का आरोप लगाया था.
शिकायतकर्ता सत्यकी अशोक सावरकर का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील संग्राम कोल्हटकर कर रहे हैं. उन्होंने मीडिया को बताया कि पुलिस की रिपोर्ट न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) अक्षी जैन की अदालत में प्रस्तुत की गई है. कोल्हटकर ने कहा कि अदालत राहुल गांधी को नोटिस जारी कर पेश होने को कह सकती है.
सत्यकी सावरकर ने कहा था कि उनके वकील पिछले अप्रैल में भारतीय दंड संहिता की धारा 499 और 500 के तहत शिकायत लेकर शहर की अदालत में गए थे. अदालत ने विश्रामबाग पुलिस को सात्यकी की ओर से सौंपे गए सबूतों को सत्यापित करने और 27 मई तक एक रिपोर्ट सौंपने को कहा था.
कोल्हटकर ने कहा कि विश्रामबाग पुलिस ने कहा कि सत्यकी सावरकर ने पिछले अप्रैल में अदालत में एक शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर मार्च 2023 में लंदन में दिए गए भाषण में दिवंगत क्रांतिकारी (वी डी सावरकर) के बारे में झूठे दावे करने का आरोप लगाया गया था.
शिकायत के अनुसार, राहुल गांधी ने अपने भाषण में दावा किया कि वीडी सावरकर ने एक किताब में लिखा था कि उन्होंने और उनके पांच-छह दोस्तों ने एक बार एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी और उन्हें (सावरकर) खुशी महसूस हुई थी. शिकायत में कहा गया है कि सत्यकी सावरकर ने कहा था कि ऐसी कोई घटना कभी नहीं हुई थी और वीडी सावरकर ने कभी भी ऐसी कोई बात कहीं नहीं लिखी थी. उन्होंने राहुल गांधी के आरोप को काल्पनिक, झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताया है.
विश्रामबाग पुलिस ने आज अदालत के समक्ष एक रिपोर्ट पेश की और अदालत को बताया कि उनकी जांच में यह पता चला है कि वीडी सावरकर ने अपनी किसी भी किताब में ऐसी घटना के बारे में नहीं लिखा था, लेकिन इसके बावजूद गांधी ने अपने भाषण के दौरान इस तरह की टिप्पणी की.
पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया सत्यकी सावरकर की शिकायत में सच्चाई है कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में वीडी सावरकर को बदनाम किया है. संपर्क करने पर सहायक पुलिस निरीक्षक तुकाराम निंबालकर ने पुष्टि की कि रिपोर्ट अदालत में जमा कर दी गई है.