रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत पांच फरवरी से हो रही है. यह सत्र 9 फरवरी तक चलेगा. इस बजट सत्र में छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी बजट पेश करेंगे. छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में 20 साल के अंदर ऐसा पहला मौका होगा जब कोई सीएम बजट पेश नहीं करेगा. इससे पहले 20 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री ही बजट पेश करते आए हैं. क्योंकि उनके पास वित्त मंत्रालय होता था. इस बार साय सरकार में वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी ओपी चौधरी को मिली है. लिहाजा वो बजट पेश करेंगे. इस बात की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है.
पांच मार्च तक चलेगा बजट सत्र, 9 फरवरी को आएगा बजट: छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र पांच मार्च तक चलेगा. जबकि छत्तीसगढ़ का बजट 9 फरवरी को आएगा. 5 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत होगी. रमन सिंह ने कहा कि आने वाले समय में बजट का स्वरूप डिजिटल हो सकता है. क्योंकि विधानसभा की कार्यवाही को पेपरलेस करने की तैयारी की जा रही है.
"9 फरवरी शुक्रवार को छत्तीसगढ़ का बजट विधानसभा में प्रस्तुत होगा. इस बजट से छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा तय होगी. छत्तीसगढ़ को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने में यह सरकार काम कर रही है. मुझे लगता है कि इस दिशा में बनी विष्णु देव साय की सरकार भी काम कर रही है, मुझे विश्वास है छत्तीसगढ़ का यह बजट हर वर्गों के हित में होगा": रमन सिंह, विधानसभा अध्यक्ष, छत्तीसगढ़
इस बार का बजट डिजिटल बजट होगा: रमन सिंह ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि" इस बार का बजट डिजिटल बजट होगा. केंद्रीय वित्त मंत्री ने डिजिटल बजट पेश किया. 47 हजार करोड़ का अंतरिम बजट पेश किया गया. हमारा भी प्रयास है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा भी नई तकनीक से जुड़कर काम करे. इसलिए छत्तीसगढ़ विधानसभा में कामकाज को पेपरलेस बनाया जाएगा. जिससे सदन का कामकाज सरल हो सके"
साल 2025 में 25 साल का हो जाएगा छत्तीसगढ़: रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ साल 2025 में 25 साल का होने जा रहा है. इसलिए हमारा प्रयास रहेगा कि हम नए विधानसभा में प्रवेश कर जाएं. इस बार के बजट सत्र में कुल 20 बैठकें होंगी." इसके साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर रमन सिंह ने दावा किया की छत्तीसगढ़ में बीजेपी 11में से 11 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी.