धमतरी : सरकारी स्कूलों में अंशकालीन सफाई करने वाले 1400 कर्मचारियों ने 10 साल पुराने काम के भुगतान की मांग फिर से उठाई है. इस मांग को लेकर करीब 70 सफाईकर्मियों धमतरी कलेक्टोरेट पहुंचकर प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने कहना है कि यदि उनका भुगतान नहीं किया गया तो वो आत्मदाह कर लेंगे. इस मामले में शिक्षा विभाग ने मांगों की समीक्षा करने की बात कही है.
2 घंटे के बदले 4 घंटे का काम : बताया गया कि 2013-14 में सरकारी स्कूलों में सफाई के लिए अंशकालिक सफाई कर्मचारियों को काम पर रखा गया था. इनसे हर रोज 2 घंटे काम करने पर सहमति बनी थी. लेकिन सफाई कर्मियों का आरोप है कि उनसे 4 घंटे रोजाना काम करवाया गया था. लेकिन सिर्फ 2 घंटे का भुगतान किया गया. इसलिए अब कर्मचारी बाकी बचे हुए दो घंटों का भुगतान मांग रहे हैं.
धमतरी जिले के स्कूलों में सफाई कर्मचारियों से 16 सितंबर 2013 से 24 मार्च 2014 तक और 14 जुलाई 2014 से 26 दिसंबर 2016 तक 4 घंटे काम लिया था. जबकि कर्मचारियों को सिर्फ 2 घंटे का मजदूरी भुगतान किया गया. 2 घंटे की मजदूरी भुगतान नहीं किया है, जिसे कर्मचारी 10 साल से मांग रहे पर जिला शिक्षा अधिकारी जारी नहीं कर रहे हैं -निंदा बाई साहू, सफाई कर्मचारी
इस मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी टीआर जगदल्ले ने कहा कि सफाई कर्मचारियों ने अल्टीमेटम 21 तारीफ के लिए जरूर दिए गए थे लेकिन सफाई कर्मचारियों ने कहा कि उच्च कार्यालय को इस समस्या से अवगत करवा दिया गया है.
प्रशासन की ओर से मार्गदर्शन और आदेश के आते तक कर्मचारी किसी प्रकार से ऐसा कुछ नहीं करेंगे. सरलता से काम करते रहेंगे. दो घंटे तक के वेतन के लिए इस समस्या को लेकर समीक्षा कर रहे हैं. शासन को पत्र लिखा गया है- टीआर.जगदले , जिला शिक्षा अधिकारी
छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के सदस्यों ने बताया कि उनकी पिछले दिनों बैठक हुई थी जिसमें कंडेल से पदयात्रा निकालने का निर्णय लिया गया था. कर्मचारियों ने निर्णय लिया था कि 21 अक्टूबर को ग्राम कंडेल से पदयात्रा निकाली जाएगी, जो जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय धमतरी पहुंचेगी. इस दौरान कर्मचारियों ने कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करते हुए आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी. लेकिन इससे पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी को बुलाकर आश्वासन दिया कि उनकी मांग को पूरा करने के लिए शासन स्तर तक बात पहुंचाई जाएगी.