नई दिल्ली: लोकसभा में संविधान पर दो दिवसीय चर्चा में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान 1975 में लगाए गए आपातकाल का मुद्दा उठाते हुए पीएम मोदी ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लोकतंत्र का 'संरक्षक' होने के दावों पर कटाक्ष किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान की 'घोर अवहेलना' और 'लोकतंत्र की हत्या' के लिए पिछली कांग्रेस सरकारों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि संविधान की अवहेलना करने की कांग्रेस यह प्रवृत्ति सबसे पहले देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कार्यकाल के दौरान शुरू हुई थी.
#WATCH | Constitution Debate | In Lok Sabha, PM Narendra Modi says, " this achievement of 75 years is not ordinary, it is extraordinary. india's constitution has brought us here by defeating the possibiltiies that were expressed for india at the time when the counrty attained… pic.twitter.com/pQPV7fAKDS
— ANI (@ANI) December 14, 2024
पीएम मोदी ने कहा कि तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाया गया आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में हमेशा एक काला अध्याय रहेगा. उन्होंने कहा, "तत्कालीन अत्याचारी शासन द्वारा लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया और उनके मूल अधिकारों को छीन लिया गया." पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस सरकार ने 1975 में लोकतंत्र का गला घोंट दिया. यह एक ऐसा कलंक है जिसे कांग्रेस कभी नहीं मिटा पाएगी."
प्रधानमंत्री मोदी ने 'गांधी परिवार' पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोलते हुए कहा, "एक परिवार ने 55 वर्षों तक देश पर शासन किया है और अनगिनत बार उसने संविधान को बदला है. पहली बार संविधान को देश के पहले प्रधानमंत्री ने बदला था और तब से कई कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों ने संविधान को दबाने और खत्म करने के लिए उसी सिद्धांत को अपनाया है."
संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी
पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. मैं इसलिए भी इस परिवार की चर्चा करता हूं कि मेरी 75 साल की इस यात्रा में 55 साल एक ही परिवार ने देश पर राज किया है, इसलिए क्या-क्या हुआ है, देश को यह जानने का अधिकार है.
#WATCH | Constitution Debate | In Lok Sabha, PM Narendra Modi says, " india's democracy, its republican past has been very prosperous. this has been an insporation and that is why today, india is known as mother of democracy. we are not just a large democracy but also the mother… pic.twitter.com/sKzVkCulfq
— ANI (@ANI) December 14, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने उस पल को भी याद किया जब गुजरात का मुख्यमंत्री रहते उनके नेतृत्व में राज्य सरकार ने 26 नवंबर, 2000 को संविधान दिवस मनाना शुरू किया और ऐसा करने वाला गुजरात पहला राज्य बना. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि यह संविधान की शक्ति है जिसने उनके जैसे लोगों को संसद तक पहुंचने में मदद की.
यह भी पढ़ें- लोकसभा में बोले राहुल गांधी, 'जैसे एकलव्य का अंगूठा कटा, उसी तरह देश के युवाओं का अंगूठा काट रही सरकार'