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'एक लीटर देसी शराब के कारण पूरी गाड़ी की नीलामी करना उचित नहीं'- पटना हाईकोर्ट - Patna High Court

prohibition in Bihar बिहार में साल 2016 से शराबबंदी है. पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में लगातार शराब पकड़ी जा रही है. शराब के साथ पकड़ी गयी गाड़ी को जब्त करने का प्रावधान है. इसी क्रम में गोपालगंज में शराब के साथ पकड़ी गयी एक गाड़ी को जब्त करने के बाद नीलाम कर दिया गया. गाड़ी की मालिक ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की. पटना उच्च न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाया. पढ़ें पूरी खबर.

Patna High Court
पटना हाईकोर्ट (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 26, 2024, 10:40 PM IST

पटनाः पटना हाईकोर्ट ने मारुति डिजायर गाड़ी से महज 1 लीटर शराब मिलने पर पूरी गाड़ी को ही शराबबंदी कानून के तहत नीलाम किये जाने पर कड़ी आपत्ति जताई. जस्टिस पी बी बजनथ्री की खंडपीठ ने इसे कड़ा निर्णय बताते हुए जुर्माने की राशि घटा कर 10 हजार रुपए कर दिया. कोर्ट ने नीलामी में मिली राशि से 10 हजार रुपये काटकर शेष राशि गाड़ी मालिक को वापस करने का निर्देश गोपालगंज के अनुमंडल अधिकारी को दिया.

क्या कहा कोर्ट नेः कोर्ट ने अनिता देवी की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया. खंडपीठ ने कहा कि शराबबंदी कानून के तहत कार के अंदर से जब्त हुई महज एक लीटर देसी शराब के कारण पूरी गाड़ी की नीलामी करना कानूनन उचित नहीं है. साथ ही किए गए अपराध की तुलना में अत्यधिक कठोर और असामानुपाती है. हाई कोर्ट ने कहा कि चूंकि नीलाम हुई गाड़ी पर अब तीसरे पक्ष का अधिकार हो गया है, इसलिए गाड़ी वापस करने का आदेश देना संभव नहीं है. लेकिन, नीलाम की राशि याचिकाकर्ता को वापस करनी होगी.

क्या है मामलाः उत्तर प्रदेश के देवरिया की रहने वाली अनीता की मारुति स्विफ्ट डिजायर गाड़ी को पिछले वर्ष 23 मई को शराबबंदी कानून के तहत जब्त की गई थी. बिहार के गोपालगंज में इस गाड़ी से तलाशी के दौरान एक लीटर देसी शराब बरामद की गयी थी. गोपालगंज मद्य निषेध थाने में 23 मई 2023 को शराबबंदी कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. 13 नवंबर 2023 को उत्पाद अधीक्षक गोपालगंज ने जब्त कार को 3 लाख 25 हजार रुपए में नीलाम कर दिया था.

पटनाः पटना हाईकोर्ट ने मारुति डिजायर गाड़ी से महज 1 लीटर शराब मिलने पर पूरी गाड़ी को ही शराबबंदी कानून के तहत नीलाम किये जाने पर कड़ी आपत्ति जताई. जस्टिस पी बी बजनथ्री की खंडपीठ ने इसे कड़ा निर्णय बताते हुए जुर्माने की राशि घटा कर 10 हजार रुपए कर दिया. कोर्ट ने नीलामी में मिली राशि से 10 हजार रुपये काटकर शेष राशि गाड़ी मालिक को वापस करने का निर्देश गोपालगंज के अनुमंडल अधिकारी को दिया.

क्या कहा कोर्ट नेः कोर्ट ने अनिता देवी की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया. खंडपीठ ने कहा कि शराबबंदी कानून के तहत कार के अंदर से जब्त हुई महज एक लीटर देसी शराब के कारण पूरी गाड़ी की नीलामी करना कानूनन उचित नहीं है. साथ ही किए गए अपराध की तुलना में अत्यधिक कठोर और असामानुपाती है. हाई कोर्ट ने कहा कि चूंकि नीलाम हुई गाड़ी पर अब तीसरे पक्ष का अधिकार हो गया है, इसलिए गाड़ी वापस करने का आदेश देना संभव नहीं है. लेकिन, नीलाम की राशि याचिकाकर्ता को वापस करनी होगी.

क्या है मामलाः उत्तर प्रदेश के देवरिया की रहने वाली अनीता की मारुति स्विफ्ट डिजायर गाड़ी को पिछले वर्ष 23 मई को शराबबंदी कानून के तहत जब्त की गई थी. बिहार के गोपालगंज में इस गाड़ी से तलाशी के दौरान एक लीटर देसी शराब बरामद की गयी थी. गोपालगंज मद्य निषेध थाने में 23 मई 2023 को शराबबंदी कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. 13 नवंबर 2023 को उत्पाद अधीक्षक गोपालगंज ने जब्त कार को 3 लाख 25 हजार रुपए में नीलाम कर दिया था.

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