बीजापुर: बीजापुर में लाल आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों को अहम कामयाबी मिली है. सरकार की तरफ से चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान की वजह से यहां एक साथ 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. माओवादियों की खोखली विचारधारा और प्रताड़ना से तंग आकर इन्होंने सरेंडर किया है. बीजापुर के एसपी डॉक्टर जितेंद्र कुमार यादव, सीआरपीएफ कमांडेंट विनोद मोहरिल के सामने इन्होंने हथियार डाले और समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का ऐलान किया.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के बारे में जानिए: सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कई इनामी नक्सली शामिल हैं.
- पीएलजीए बटालियन नंबर एक का सदस्य अरुण कड़ती, इसके ऊपर आठ लाख रुपये का इनाम है.
- माटवाड़ा एलओएस कमाण्डर एसीएम रमेश ऊर्फ मुन्ना हेमला. इसके ऊपर पांच लाख का इनाम है
- सीएनएम कमाण्डर सुदरू पूनेम, इसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम है
- नक्सली पायकी कारम पर एक लाख रुपये का इनाम है
- नक्सली प्रमोद ताती ऊर्फ छोटू
- नक्सली पाकलू हेमला ऊर्फ परवेश
- नक्सली लक्ष्मण उरसा ऊर्फ मंगू उरसा
- नक्सली आयतू पूनेम ऊर्फ वरगेश
- नक्सली बुधराम पोटाम
- नक्सली बुधु ताती ऊर्फ गढडा
- नक्सली लक्खू ताती
- नक्सली पोदिया कार, ये जनताना सरकार सदस्य है और विद्या संस्कृति शाखा में भी काम करता था
- नक्सली रमेश पुनेम, ये पालनार आरपीसी अध्यक्ष था
- नक्सली सुखराम हेमला ऊर्फ रामलू
- नक्सली सुक्कू लेकाम ऊर्फ मांझी
- नक्सली सुक्कू ताती
"बीजापुर पुलिस और सुरक्षा बलों की तरफ से नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर और नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग होकर 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इन 16 नक्सलियों में पीएलजीए बटालियन नंबर एक का सदस्य अरुण कड़ती भी शामिल है. इस नक्सली पर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित है": वैभव बैंकर, ASP नक्सल ऑपरेशन, बीजापुर
कई बड़ी वारदातों में शामिल थे नक्सली: सरेंडर करने वाले नक्सली कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल थे. नक्सली अरूण कड़ती 30 जनवरी 2024 को सुकमा टेकलगुड़म कैम्प पर हमले की घटना में शामिल था. नक्सली रमेश हेमला साल 2003 से साल 2022 तक हुए बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहा है. जिसमें तड़केल में पुलिस पार्टी पर हमला और पदेड़ा में सलवा जुडूम कार्यकर्ता पर अटैक की घटना में भी शामिल रहा है. फुलादी में पुलिस पार्टी पर हमले की घटना में भी यह शामिल रहा है. नक्सली पाकलू हेमला साल 2011 से साल 2023 तक कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देता रहा. साल 2011 के चेरकडोडी में पुलिस पार्टी पर हमले को इसने अंजाम दिया था. साल 2013 में नीलामड़गू एनकाउंटर में भी यह शामिल रहा है. वर्ष 2023 में पालनार कैम्प पर फायरिंग की घटना में यह शामिल रहा है. नक्सली लक्खू ताती सड़क को ब्लॉक करने और स्पाइक होल की घटना में शामिल रहा है. नक्सली आयतू पूनेम ऊर्फ वरगेश साल 2005 से साल 2023 तक नक्सली वारदात को अंजाम देता रहा है. साल 2023 में इसने पालनार के पास आईईडी प्लांट करने की घटना को अंजाम दिया था.